राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन लखनऊ से वीडियों कांफें्रसिंग के माध्यम से…

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन लखनऊ से वीडियों कांफें्रसिंग के माध्यम से…

जनपद मेरठ के दायमपुर शहरी क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्र पर डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम…

प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ द्वारा उपलब्ध कराये गये बच्चों को खेलकूद एवं पठन सामग्री…

लखनऊ 9 मार्च। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन लखनऊ से वीडियों कांफें्रसिंग के माध्यम से जनपद मेरठ के दायमपुर शहरी क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्र पर डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ द्वारा उपलब्ध कराये गये बच्चों को खेलकूद एवं पठन सामग्री तथा गर्भवती महिलाओं हेतु पौष्टिक आहार वितरण के लिये आयोजित कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं। बड़े होकर ये ही देश के सजग प्रहरी बनेंगे। इसलिए इन्हें बचपन से ही उचित शिक्षा, दीक्षा एवं पौष्टिक आहार दिया जाना चाहिए। प्रत्येक जिले के आंगनवाड़ी केन्द्रों में शिक्षा एवं आरोग्य के कार्यक्रम चलाये जाने चाहिये। इस कार्य में भारत सरकार एवं राज्य सरकार आर्थिक मदद दे रही है। आवश्यकता है इस कार्य में प्रत्येक गांव के सम्भ्रांत नागरिकों, जनप्रतिनिधियों तथा सम्पन्न वर्ग को जोड़ने की।
राज्यपाल ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में दी जाने वाली सामग्री डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ से सम्बद्ध मेरठ परिक्षेत्र के 30 इंजीनियरिंग कालेजों के सहयोग से प्राप्त की गयी है, जिसका वितरण आज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों में खिलौनों के प्रति आकर्षण होता है। अतः वे खेल-खेल में पढ़ना सीखेंगे तथा प्रेरक कहानियों के माध्यम से उन्हें शिक्षा व संस्कार दोनों प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि हम सबका प्रयास होना चाहिए कि आंगनवाड़ी केन्द्रों पर सौ प्रतिशत बच्चे आएं। उन्होंने कहा कि समाज के संभ्रान्त नागरिकों का दायित्व होना चाहिए कि वे अपने परिवार के किसी सदस्य का जन्मदिन आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों को फल एवं मिठाई वितरण कर जन्मदिन को यादगार बनाये। यह क्षण उनके लिए महत्वपूर्ण तो होगा ही बच्चों को भी सदैव स्मरण रहेगा और उनकी खुशी भी बढ़ेगी।
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने बच्चियों, किशोरियों तथा गर्भवती महिलाओं के लिये भी खान-पान व शिक्षा-दीक्षा में किसी भी प्रकार से भेदभाव नहीं करना चाहिये। गर्भवती महिलाओं का प्रसव अस्पतालों में ही कराए जाने हेतु प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं के उचित पोषण के लिये सरकार द्वारा दिये जा रहे 5000 रूपये की जानकारी लेते रहें। ये धनराशि फल एवं पौष्टिक आहार के क्रय में लगनी चाहिये। यदि जच्चा स्वस्थ हो तो बच्चा भी स्वस्थ पैदा होगा। राज्यपाल ने कहा कि गर्भकाल में उचित पोषण न मिलने के कारण ही कुपोषित बच्चे पैदा होते हैं। राज्यपाल ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकत्री को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ताकि उन्हें गर्भवती एवं बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए तैयार किया जा सके।
इस अवसर पर ए0के0टी0यू के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक, मेरठ के जिलाधिकारी श्री के0 बाला, मेरठ के मुख्य विकास अधिकारी श्री एम0आर0 शशांक, एम0आई0आई0टी0 के चेयरमैन श्री विष्णु सरन सहित अन्य लोग आनलाइन जुड़े हुए थे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…