आज किसान जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहा है : जयंत चौधरी…

आज किसान जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहा है : जयंत चौधरी…

लखनऊ 4 मार्च। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी आज जहाँगीराबाद (बुलंदशहर) में राष्ट्रीय लोकदल के आह्वान पर किसान पंचायत में किसानों के बीच पहुँचे। किसान पंचायत को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा की मोदी सरकार किसान आंदोलन को शुरू से बदनाम करने पर लगी हैं वे कभी इसको खालिस्तानियों का बताते हैं कभी सिर्फ़ पंजाबियों का और अब सिर्फ़ जाटों का बताने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मैं उनको बता देना चाहता हूँ कि ये आंदोलन किसी जाति का नही बल्कि समूचे देश के किसानों का आंदोलन हैं।
जयंत चौधरी ने आगे कहा की हरियाणा सरकार में मंत्री जेपी दलाल किसानों की शहादतों का उपहास उड़ाते हैं। इसलिए चाहे किसान का खून बह जाए इनको कोई फ़र्क़ नही पड़ता इन्हें बस कुर्सी प्यारी हैं। प्रधानमंत्री मोदी के संसद में दिए बयान पर जयंत चौधरी ने कहा कि वे किसानों को आंदोलनजीवी -परजीवी कहते है। पर क्या वो किसान परजीवी हो सकता हैं जिसने हमेशा से दुनिया का पेट भरा हो,जो इस देश को खड़ा करता हो ? जयंत चौधरी ने सवाल पूछते हुए कहा की प्रधानमंत्री मोदी  कहते है कि मैंने अपनी जवानी जंगलों में काटी है, गरीबी के दिन देखे हैं। लेकिन मोदी जी मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आज आप रात को चैन की नींद कैसे सोते हो?
– इन काले कानूनों से किसानों को क्या फायदा होगा?
मोदी जी अपने दिल पर हाथ रख कर बताइए कि क्या आप किसानों के साथ न्याय कर रहे है ?
किसान पंचायत में जयंत चौधरी ने आगे कहा कि हमारी लड़ाई खेती-किसानी बचाने की है और भाजपा की लड़ाई है अडानी-अंबानी की। काले कृषि कानूनों का उद्देश्य यही है कि हजारों-हजारों बीघे के चक उद्योगपतियों को दिए जाएंगे और किसान उन पर मजदूरी करेगा। चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि चौधरी साहब भी जिद्दी थे लेकिन वह किसानों के हितों के लिए जिद्दी थे। यह कृषि कानून भी काले है और इन कानून को लाने के पीछे सरकार की जिद भी काली है।
– पराली, पत्ती जलाने और पुराने ट्रैक्टर पर जुर्माना लगाने वाली सरकार कभी किसान हितैषी नहीं हो सकती।
जयंत चौधरी ने राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ताओं को आह्वान करते हुए कहा कि हमें घर-घर जाना पड़ेगा, गांव गांव जाना पड़ेगा और काले कानूनों की सच्चाई जनता को बतानी पड़ेगी। जयंत चौधरी ने कहा कि तिरंगे का अपमान कभी खेती-किसानी जमीन से जुड़ा आदमी नहीं कर सकता यह भाजपा का झूठा प्रचार है। प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों पर जयंत चौधरी ने कहा कि वन डिस्टिक-वन प्रोडक्ट की योजना तो सफल नहीं रही लेकिन योगी सरकार के राज में वन डिस्ट्रिक्ट वन क्राइम की योजना का बोलबाला हो रहा है। बेरोजगारी पर बोलते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि कोई भी भर्ती समय पर पूरी करने में योगी सरकार विफल साबित हुई है।
– जयंत चौधरी ने कहा “बहुत हुआ लंबी दाढ़ी और शॉल का श्रंगार,अबकी बार सत्ता से बहार”
आज नौजवान बड़ी तादाद में राष्ट्रीय लोकदल की किसान पंचायतों में आ रहा है। यह संकेत है कि नौजवान करवट ले चुका है और इन को सत्ता से बाहर करेगा। चौधरी चरण सिंह जी ने 1964 में  किसानों के फायदे के लिए ही मंडिया बनाई थी।
– जयंत चौधरी ने नारा देते हुए कहा “इस पंचायत का एक ही नारा-जिंदा रहे हमारा भाईचारा”
जयंत चौधरी ने कहा कि जिस प्रकार किसानों के मार्ग में दिल्ली में कीले लगाई गई, किसान का अपमान किया गया, उसका बदला वोट की चोट से लिया जाये। जैसा कि हर पंचायत में होता हैं इस पंचायत में भी कुछ फ़ैसले लिए गए
1-किसानों के विरुद्ध दमन और पत्रकारों के विरूद्ध अनैतिक कार्यवाही बंद हो।
2- तीनों काले कृषि कानून वापिस हो।
3-  कोई भी ख़रीद MSP से नीचे नही होनी चाहिए, चाहे कोई भी ख़रीदे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…