अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने आज यहां स्वातंत्रय वीर…

अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने आज यहां स्वातंत्रय वीर…

विनायक दामोदर सावरकर को उनकी पुण्यतिथि पर श्रृद्घांजलि अर्पित करते हुये कहा…

कि देश में हिन्दुत्व की रक्षा के लिये वीर सावरकर के विचारों को अपनाने की जरूरत…

लखनऊ 26 फरवरी। अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने आज यहां स्वातंत्रय वीर विनायक दामोदर सावरकर को उनकी पुण्यतिथि पर श्रृद्घांजलि अर्पित करते हुये कहा कि देश में हिन्दुत्व की रक्षा के लिये वीर सावरकर के विचारों को अपनाने की जरूरत है। उनके ही विचारों से न सिर्फ देश में हिन्दुओं की रक्षा और उनकी एकजुटता की जा सकती है बल्कि देश में हिन्दूराष्ट्र की अलख जलायी जा सकती है।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि सावरकर की पुण्यतिथि पर सच्ची श्रृद्घांजलि तभी होगी जब देश की सभी हिन्दु उनके विचारों को अपने दिल में समाहित करें। श्री त्रिवेदी ने सावरकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि विनायक दामोदर सावरकर दुनिया के अकेले स्वातंत्र्य योद्धा थे। जिन्हें दो-दो आजीवन कारावास की सजा मिली, सजा को पूरा किया और फिर से वे राष्ट्र जीवन में सक्रिय हो गए। इसके अलावा वे विश्व के ऐसे पहले लेखक थे जिनकी कृति 1857 का प्रथम स्वतंत्रता को 2-2 देशों ने प्रकाशन से पहले ही प्रतिबंधित कर दिया। यहीं नहीं बल्कि वीर सावरकर पहले ऐसे भारतीय विद्यार्थी थे। जिन्होंने इंग्लैंड के राजा के प्रति वफादारी की शपथ लेने से मना कर दिया। फलस्वरूप उन्हें वकालत करने से रोक दिया गया। वीर सावरकर पहले ऐसे भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने सर्वप्रथम विदेशी वस्त्रों की होली जलाई।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…