उत्तर प्रदेश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के…

उत्तर प्रदेश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के…

कुशल मार्ग दर्शन में खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित उद्योगों की स्थापना पर विशेष बल दिया गया…

लखनऊ 4 फरवरी। उत्तर प्रदेश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्ग दर्शन में खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित उद्योगों की स्थापना पर विशेष बल दिया गया है। कृषि आधारित उत्पादों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के तहत प्रदेश के नौ जिलों में सामान्य सुविधा केन्द्र (सीएफसी) की स्थापना कराई जा रही है। यह सभी सामान्य सुविधा केन्द्र स्थानीय उद्यमियों एवं किसानों के समूहों द्वारा संचालित किये जायेंगे। सीएफसी की स्थापना पर लगभग 9000 लाख रुपये का व्यय आयेगा, जिसका 90 फीसदी हिस्सा प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। लगभग 6000 किसान इन सीएफसी से सीधे जुड़ेगें। इसके अतिरिक्त स्फूर्ति योजना के तहत चार जनपदों में 1500 लाख की लागत से क्लस्टर की स्थापना कराई जायेगी। इससे लगभग 2500 किसानों को सीधा लाभ होगा।
यह जानकारी प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान पिछले 10 महीने के अन्दर एम0एस0एम0ई0 और खादी विभाग ने मिलकर प्रदेश में किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का कार्य किया है। जिन 09 जनपदों में कृषि आधारित उत्पादों को ओडीओपी में शामिल किया गया है, वहां पर सीएफसी की स्थापना को प्रमुखता दी गई है। सीएफसी के संचालन हेतु किसानों का समूह तैयार कराया गया और इन जिलों के अधिक से अधिक किसानों को इससे जोड़ने का कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि एम0एस0एम0ई0 और खादी विभाग द्वारा सीएफसी एवं क्लस्टर अन्य जिलों में भी स्थापित कराये जाने की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में 3500 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं।
श्री सिंह ने बताया कि ओ0डी0ओ0पी0 के जनपद मुजफफ्रनगर में गुड़ आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए दो सीएफसी की स्थापना कराई जा रही है तथा जनपद में 510 लाख रुपये की लागत से 2.5 टीडी (गुड़ के लिएु ठोस/पाउडर) प्लांट लगाया जायेगा। साथ ही जैविक किसान आॅर्गेनिक फार्मर प्रोड्यूसर द्वारा भी सीएफसी की स्थापना की जायेगी। इसी प्रकार सिद्धार्थनगर में कालानमक चावल के लिए 696 लाख रुपये की लागत से सीएफसी की स्थापना कराई जा रही है। इसके माध्यम से चावल उत्पाद किसानों को कालानमक चावल की प्रोसेसिंग, वैक्यूम पैकिंग, तापमान नियंत्रण वेअरहाउस की सुविधा उपलब्ध होगी।
श्री सिंह ने बताया कि इसके अतिरिक्त औरैया में देशी घी के लिए 150 लाख रुपये़, कौशाम्बी में आॅवला आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए 376 लाख रुपये तथा अयोध्या जनपद में गुड़ हेतु लगभग 2500 लाख रुपये की लागत से दो सीएफसी की स्थापना होगी। साथ ही जनपद गोण्डा में 935 लाख रुपये की लागत से फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जनपद बलरामपुर में 1200 लाख रुपये की लागत से फूड प्रोसेसिंग तथा कुशीनगर में 983 लाख रुपये से केले के रेशे से बनने वाले उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सीएफसी स्थापित किया जा रहा है।
श्री सिंह ने बताया कि उ0प्र0 खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित स्फूर्ति योजना के माध्यम से भी किसानों को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई गई है। गोरखपुर में 497 लाख रुपये से फूड क्लस्टर, मैनपुरी में 249.49 लाख रुपये की लागत से पोटेटो क्लस्टर, लखनऊ में 498.50 लाख रुपये की लागत से मस्टर्ड आयल एण्ड टरमेरिक क्लस्टर तथा मथुरा में 274.11 लाख रुपये की लागत से मस्टर्ड आयल क्लस्टर का विकास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सीएफसी की स्थापना से किसानों के कृषि उत्पादों के विपणन, पैकेजिंग तथा तकनीक को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…