BJP की राजनीति में नई हलचल…

BJP की राजनीति में नई हलचल…

वसुंधरा समर्थकों ने बनाया अलग संगठन…

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ दिल्ली में प्रदेश के तीन प्रमुख नेताओं की बैठक के बाद वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान मंच की कार्यकारिणी की लिस्ट सोशल मीडिया पर दिखने लगी है।जयपुर के रहने वाले एडवोकेट विजय भारद्वाज इस मंच के प्रदेश अध्यक्ष हैं और वसुंधरा राजे के कार्यकाल की उपलब्धियों को प्रदेश के हर हिस्से तक पहुंचाने का दावा कर रहे हैं।भारद्वाज का कहना है की इस काम के लिए उन्होंने प्रदेश के 25 जिलों में अपनी टीम का गठन कर दिया है।टीम का लक्ष्य साल 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को चुनाव जीताना बताया जा रहा है। हालांकि भारद्वाज कहते हैं कि लंबे समय से उनकी वसुंधरा राजे से मुलाकात नहीं हुई है, लेकिन वसुंधरा समर्थक मंच की टीम की लिस्ट आने के बाद बीजेपी में हलचल दिख रही है।

बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लंबे समय से प्रदेश की राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं दिख रही, लेकिन वसुंधरा राजे समर्थक मंच की सक्रियता ने राजस्थान बीजेपी के गलियारों में हलचल पैदा कर दी है।जयपुर के रहने वाले एडवोकेट विजय भारद्वाज इस मंच के प्रदेश अध्यक्ष हैं और उन्होंने ही वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान मंच का गठन किया है।मंच के गठन के पीछे की मंशा के सवाल पर विजय भारद्वाज कहते हैं कि मुख्यमंत्री रहते वसुंधरा राजे ने अपने दो कार्यकाल में जो विकास कार्य प्रदेश में कराए उनको प्रदेश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए इस मंच का गठन किया गया है।भारद्वाज कहते हैं कि वसुंधरा राजे राजस्थान को पिछड़े और बीमारू राज्य की श्रेणी से निकालकर विकसित राज्य की कतार में लेकर आई और इससे प्रभावित होकर वह लगातार उनकी उपलब्धियों को जनता तक पहुंचा रहे हैं।

खुद को बताया बीजेपी का निष्ठावान

खुद को बीजेपी का निष्ठावान कार्यकर्ता बताते हुए भारद्वाज ने कहा कि साल 2003 में बीजेपी में शामिल हुए थे और तभी से लगातार पार्टी के लिए काम कर रहे हैं।विजय भारद्वाज ने बताया कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की अगुवाई में भी बीजेपी को मजबूत करने का काम हो रहा है,लेकिन परिवार में जितने ज्यादा लोग काम करें उतना ही अच्छा होता है,इसी सोच के साथ वे बीजेपी और उसकी सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचा रहे हैं।

25 जिलों में बनाई वसुंधरा समर्थक मंच की कार्यकारिणी –

तकरीबन 1 महीने पहले दिसंबर में मंच का गठन करने के बाद से अब तक विजय भारद्वाज 25 जिलों में वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान मंच की कार्यकारिणी बना चुके हैं।जिला कार्यकारिणी में लोगों के नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिए गए हैं।भारद्वाज बताते हैं कि जयपुर, अलवर, दौसा, कोटा, धौलपुर, भरतपुर, झालावाड़, गंगानगर, जोधपुर, नागौर, हनुमानगढ़, बारां, बाड़मेर, झुंझुनूं, जयपुर ग्रामीण, सवाई माधोपुर, पाली, भीलवाड़ा, जालौर, जैसलमेर, राजसमंद, चूरू, सीकर, बांसवाड़ा, बूंदी और करौली में उन्होंने जिला कार्यकारिणी का गठन कर दिया है। कार्यकारिणी के सभी लोगों को वसुंधरा सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने का जिम्मा दिया है. हालांकि विजय भारद्वाज ने जो कार्यकारिणी बनाई है उनमें बीजेपी के संगठन में मौजूद ज्यादा बड़े चेहरों में से कोई नाम नहीं दिख रहा।

वसुंधरा राजे समर्थक मंच का नियुक्ति पत्र और उसकी भाषा भी बड़ी रोचक है,इसमें लिखा गया है कि कार्यकारिणी में जो दायित्व दिया गया है वह पूर्व राजमाता विजयाराजे सिंधिया की विचारधारा के साथ संगठन की रीति-नीति को समझते हुए संगठन को मजबूत बनाने में काम करने के लिए दिया गया है।इसमें वसुंधरा राजे का जिक्र करते हुए लिखा है कि “हमारा उद्देश्य ‘श्रीमती वसुंधरा राजे जी’ के प्रति सेवा भाव रखते हुए पूर्ण निष्ठा व समर्पण से इनकी उपलब्धियों को राजस्थान के कोने में जन जन तक पहुंचाना है.” वसुंधरा समर्थक मंच के लेटर हैड पर पूर्व राजमाता विजयाराजे सिंधिया के साथ ही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय भारद्वाज का भी फोटो छपा हुआ है।
वसुंधरा राजे समर्थक मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय भारद्वाज जयपुर के रहने वाले हैं।पेशे से एडवोकेट भारद्वाज खुद को पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता बताते हैं,साल 1998 से 2003 तक जनता दल यूनाइटेड में प्रदेश महामंत्री और युवा मोर्चा के प्रभारी के रूप में काम करने वाले विजय भारद्वाज साल 2003 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। उसके बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा के विशेष आमंत्रित सदस्य रहे. वसुंधरा राजे के कार्यकाल में विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश मंत्री के पद पर भी काम करने का दावा विजय भारद्वाज ने किया है।
वसुंधरा समर्थक मंच के कुछ नियुक्ति पत्र सोशल मीडिया पर आने के बाद बीजेपी में हलचल है,इस मंच के गठन को लेकर पार्टी के हलकों में दबे सुर में आवाज उठी, तो विजय भारद्वाज कहते हैं कि जब देश के अलग-अलग हिस्सों में मोदी विकास मंच, नमो मंच काम कर सकते हैं, राजस्थान में टीम सतीश पूनिया और कई विधायक-सांसदों के नाम पर समर्थकों की टीम सक्रिय है तो वसुंधरा राजे के समर्थन में मंच बनाने पर क्या एतराज हो सकता है? भारद्वाज कहते हैं कि पहले भी राजस्थान में टीम वसुंधरा सक्रिय रही है. उन्होंने कहा कि वे पार्टी के कई नेताओं से आए दिन मिलते रहते हैं लेकिन अभी तक किसी ने भी उनके इस मंच गठन पर आपत्ति नहीं जताई है।वसुंधरा राजे से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि लंबे समय से वे राज्य से नहीं मिले हैं,राजे से आखिरी मुलाकात पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के प्रतिनिधि के नाते बताते हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…