थैलीसीमिया ग्रस्त बच्चों के लिए रक्तदान शिविर का विशाल आयोजन किया…

थैलीसीमिया ग्रस्त बच्चों के लिए रक्तदान शिविर का विशाल आयोजन किया…

8 जनवरी 2021 फरीदाबाद अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रोफ़ेसर एमपी सिंह के निर्देश पर थैलीसीमिया ग्रस्त बच्चों के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया
डॉ प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ,उत्तर प्रदेश अध्यक्ष विनोद दीक्षित के
तत्वाधान में लाइफ केयर चैरिटेबल ब्लड बैंक पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया | इस रक्तदान शिविर में बलदेव विधायक माननीय पूरन प्रकाश जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जिन्होंने वार्ड 66 की पार्षद श्रीमती श्वेता शर्मा के
रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया | रक्तदान शिविर की विशेषता रही कि
विधायक माननीय पूरन प्रकाश ने सबसे पहले रक्त दान किया
इसमें नारी शक्ति ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया साथ ही युवा वर्ग ने पूरे उत्साह के साथ रक्तदान किया| कुमारी पूजा सिसोदिया ने व कुमारी अंशुल ने रक्तदान करके बहुत सुंदर संदेश दिया की रक्तदान करके कभी कमजोरी नहीं आती व दान किए गए रक्त से किसी की जान बचाई जा सकती है, इसलिए सभी को रक्तदान अवश्य करना चाहिए,
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने थैलेसीमिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी यह एक अनुवांशिक रक्त रोग हैं। इस रोग के कारण रक्त / हीमोग्लोबिन निर्माण के कार्य में गड़बड़ी होने के कारण रोगी व्यक्ति को बार-बार रक्त चढ़ाना पड़ता हैं। भारत में हर वर्ष 7 से 10 हजार बच्चे थैलेसीमिया से पीड़ित पैदा होते हैं। यह रोग न केवल रोगी के लिए कष्टदायक होता है बल्कि सम्पूर्ण परिवार के लिए कष्टों का सिलसिला लिए रहता हैं।
इस रोग में शरीर में लाल रक्त कण / रेड ब्लड सेल(आर.बी.सी.) नहीं बन पाते है और जो थोड़े बन पाते है वह केवल अल्प काल तक ही रहते हैं। थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को बार-बार खून चढाने की आवश्यकता पड़ती है और ऐसा न करने पर बच्चा जीवित नहीं रह सकता हैं। इस बीमारी की सम्पूर्ण जानकारी और विवाह के पहले विशेष एहतियात बरतने पर हम इसे आनेवाले पीढ़ी को होने से कुछ प्रमाण में रोक सकते हैं।
रक्त में हीमोग्लोबिन 2 तरह के प्रोटीन से बनता है – अल्फा और बीटा ग्लोबिन। इन दोनों में से किसी प्रोटीन के निर्माण वाले जीन्स में गड़बड़ी होने पर थैलेसीमिया होता हैं। थैलेसीमिया का उपचार करने के लिए नियमित रक्त चढाने की आवश्यकता होती हैं। कुछ रोगियों को हर 10 से 15 दिन में रक्त चढ़ाना पड़ता हैं।ज्यादातर मरीज इसका खर्चा नहीं उठा पाते हैं। थैलेसीमिया से पीड़ित रोगियों को रक्त की अधिक आवश्यकता रहती हैं। ट्रस्ट के संस्थापक हृदयेश कुमार ने वीडियो कॉल के माध्यम से सभी लोगों से अनुरोध करते हुए कहा
कि आप रक्त दान जरूर करें अपने लिए तो पशु पक्षी भी जीते हैं हम लोग भगवान ने कुछ अच्छे कार्य करने के लिए इंसान बना कर इस दुनिया में भेजा है तो उस पो अरमपिता परमेश्वर के लिए तो कुछ अच्छे कार्य कर के अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं असल जिंदगी तो वो है जो किसी को नई दिशा नई जिंदगी दे सके हमारा प्रयास है कि पूरे भारत में हर महीने
थैलीसीमिया ग्रस्त बच्चों के लिए
रक्तदान शिविर का आयोजन करते
रहेंगे आप को भी साल में कम से कम 2-3 बार ऐच्छिक रक्त दान अवश्य करें ताकि आपके दिए हुए इस अनमोल दान से किसी बच्चे को जीवन दान मिल सके।
रक्तदान शिविर में 169 लोगों के रक्तदान किया | पूरन प्रकाश विधायक कहा के रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है लोगों को समय-समय पर करते रहना चाहिए l प्रदेश अध्यक्ष विनोद दीक्षित ने कहा के लॉकडाउन के समय से ही हमारी टीम के द्वारा समय-समय पर रक्तदान शिविर लगाया जा रहा है आज हमारा दसवां रक्तदान शिविर है हमने लॉकडाउन के समय से ही आयोजित किया है l महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती श्वेता शर्मा ने कहा है कि आज रक्तदान में हमारी महिलाएं भी किसी से पीछे नहीं है यह समाज के लिए अच्छी बात है लोग जागरूक हो रहे हैं l ट्रस्ट की तरफ से सभी रक्त दाताओं को सर्टिफिकेट के साथ हेलमेट प्रदान किए गए |
इस तरह से फरीदाबाद से वूमेन पावर की संस्थापक चांदनी आजाद अली भी बहुत अच्छा कार्य करने में लगी हुई हैं वो भी रक्त दान शिविर आयोजित करती हैं
इस अवसर पर ट्रस्ट के राष्ट्रीय प्रभारी धर्मेन्द्र चौधरी राष्ट्रीय महासचिव महेश शर्मा
राष्टीय उपाध्यक्ष कुंवर लखन रावत ,
विमलेश देवी , प्रदेश अध्यक्ष पंडित तरसेम वत्स, चौधरी, राष्टीय सचिव नीलम शर्मा, राष्टीय सचिव नीलम तेवतिया, राष्टीय सलाहकार बच्चू तेवतिया प्रदेश सचिव शिव शंकर राय, राजन कुमार, शशि चन्द्र, पुष्पेंद्र सिंह ,प्रदेश अध्यक्ष विनोद दीक्षित, महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष व वार्ड 66 की पार्षद श्वेता शर्मा, प्रदेश महासचिव मनीष दयाल, मीडिया प्रभारी हेमंत कुमार व अन्य बहुत से लोग उपस्थित रहे l

पत्रकार हरदेश कुमार की रिपोर्ट…