*कांग्रेस और शिवसेना में तकरार,औरंगाबाद का नाम बदलने पर नाराजगी; BJP ने कसा तंज*

*कांग्रेस और शिवसेना में तकरार,*

*औरंगाबाद का नाम बदलने पर नाराजगी; BJP ने कसा तंज*

महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार तो बन गई, लेकिन बार-बार सरकार के घटक दलों में किसी न किसी मुद्दे को लेकर मतभेद खड़े हो जाते हैं।अब महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के बीच औरंगाबाद शहर का नाम बदलने के मुद्दे पर विवाद खड़ा हो गया है।

*कांग्रेस ने शिवसेना को याद दिलाई गठबंधन धर्म*

महाराष्ट्र के औरंगाबाद का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस और शिवसेना एक दूसरे से नाराज दिखाई दे रहे हैं।शिवसेना औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करने की योजना बना रही है,इस पर कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने शिवसेना को गठबंधन धर्म ओर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की याद दिला दी।

कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कहा, ‘औरंगाबाद का नाम बदलना शिवसेना का अपना पुराना एजेंडा है, लेकिन सरकार तीन पार्टियों की है, यह नहीं भूलना चाहिए।गठबंधन की सरकारें कॉमन मिनिमम प्रोग्राम से चलती हैं।किसी के पर्सनल एजेंडे से नहीं. प्रोग्राम काम करने के लिए बना है, नाम बदलने के लिए नहीं।

*शिवसेना नहीं देना चाहती है मामले को तूल*

कांग्रेस की नाराजगी की खबरों को शिवसेना तूल नहीं देना चाहती है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘औरंगाबाद का नाम बदलना शिवसेना का पुराना एजेंडा है और साथ बैठकर महा विकास अघाड़ी में शामिल पार्टियां इस पर एक राय बना लेंगी।

महा विकास अघाड़ी में कोई विवाद हो तो बीजेपी कैसे पीछे रह जाए।औरंगाबाद के नाम बदलने के मुद्दे पर शिवसेना और कांग्रेस की नाराजगी पर बीजेपी ने चुटकी ली है।बीजेपी ने कहा ये काम शिवसेना पहले भी कर सकती थी।बीजेपी नेता राम कदम ने कहा,शिवसेना को महानगरपालिका चुनाव से पहले संभाजी नगर नाम याद आया,यह काम पहले क्यों नहीं किया।ये काम, ये पूरी लड़ाई ही झूठी है।
कांग्रेस पहले से चल रही है नाराज
इससे पहले भी महा विकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस, राहुल गांधी पर टिप्पणी और शरद पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाए जाने की वकालत वाले बयान पर नाराजगी दिखा चुकी है।अब औरंगाबाद के नाम बदलने के मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं के तेवर कड़े हैं।