उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के गन्ना किसानों के न्यूनतम निवेश पर गन्ना उत्पादन को बढ़ाने के लिए कृषि निवेशों के बेहतर प्रबंधन तथा वितरण के साथ ही सहफसली खेती पर भी विशेष रूप से बल दे…

उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के गन्ना किसानों के न्यूनतम निवेश पर गन्ना उत्पादन को बढ़ाने के लिए कृषि निवेशों के बेहतर प्रबंधन तथा वितरण के साथ ही सहफसली खेती पर भी विशेष रूप से बल दे…

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के गन्ना किसानों के न्यूनतम निवेश पर गन्ना उत्पादन को बढ़ाने के लिए कृषि निवेशों के बेहतर प्रबंधन तथा वितरण के साथ ही सहफसली खेती पर भी विशेष रूप से बल दे रही है।
यह जानकारी देते हुए आयुक्त चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर0 भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना विभाग द्वारा विगत साढ़े तीन वर्षों में 15.59 लाख हेक्टेयर में गन्ने के साथ सहफसली खेती करायी गयी है। उन्होंने बताया कि खेती की इस विधि के माध्यम से गन्ना किसानों को गन्ने के साथ ही एक अतिरिक्त फसल की भी प्राप्ति हो रही है। श्री भूसरेड्डी ने बताया कि सहफसली खेती के माध्यम से फसल विविधीकरण को बढ़ावा मिल रहा है। इसके साथ ही किसानों की आय में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और उत्पादन लागत में 5 से 10 प्रतिशत तक की भी कमी आयी है, जिससे किसानों के जीवन स्तर में सुधार हो रहा है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…