अयोध्या के धन्नीपुर में 26 जनवरी को रखी जा सकती है मस्जिद की नींव…

अयोध्या के धन्नीपुर में 26 जनवरी को रखी जा सकती है मस्जिद की नींव…

धन्नीपुर: इसी जमीन पर होगा मस्जिद का निर्माण (सांकेतिक चित्र) 👆 

शनिवार को ट्रस्ट की बैठक के बाद किया जाएगा मस्जिद की डिजाइन का खुलासा…

दो हजार लोग एक साथ पढ़ सकेंगे नमाज: मस्जिद का रकबा 15 हजार वर्ग फीट होगा…

लखनऊ/अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर काम तेजी से चल रहा है, वहीं अयोध्या के रौनाही स्थित धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का खाका भी रखा जाने वाला है। इसके लिए यहां आवंटित पांच एकड़ जमीन पर इसकी आधारशिला गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को पर रखी जा सकती है। मस्जिद निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट की ओर से इस बारे में संकेत दिया गया है कि 26 जनवरी 2021 को नहीं तो फिर 15 अगस्त 2021 को मस्जिद की नींव रखी जाएगी।
ट्रस्ट का कहना है कि 7 दशक पहले इसी दिन हमारा संविधान अस्तित्व में आया था. हमारा संविधान बहुलवाद पर आधारित है जो कि हमारी मस्जिद परियोजना का मूलमंत्र है। कल 19 दिसम्बर को ट्रस्ट की होने वाली बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मस्जिद की डिजाइन का खुलासा किया जाएगा। इस बैठक में ट्रस्ट के सदस्यों के अलावा आर्किटेक्ट्स भी शामिल होंगे। जो सदस्य व्यक्तिगत तौर पर लखनऊ नहीं आ पाएंगे, वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल होंगे। मस्जिद का नाम तय किया जा चुका है, मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद रखा गया है, इसमें कहीं भी बाबरी मस्जिद का जिक्र नहीं होगा।
धन्नीपुर मस्जिद का ऐसा होगा स्वरूप. . . . .
सुन्नी वक्फ बोर्ड ने मस्जिद के निर्माण के लिए छह महीने पहले आईआईसीएफ का गठन किया था। परियोजना के मुख्य वास्तुकार प्रोफेसर एसएम अख्तर ने इसे अंतिम रूप दे दिया है, जिसके बाद आईआईसीएफ ने 19 दिसंबर को मस्जिद परिसर का खाका सार्वजनिक करने का फैसला किया है। इस परिसर में एक मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, एक सामुदायिक रसोई और एक पुस्तकालय होगा। एसएम अख्तर के अनुसार मस्जिद में एक समय में 2,000 लोग नमाज अदा कर सकेंगे और इसका ढांचा गोलाकार होगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या के रौनाही स्थित धन्नीपुर गांव में सरकार से सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को मिली 5 एकड़ जमीन पर बोर्ड द्वारा गठित ट्रस्ट इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन जल्द ही मस्जिद निर्माण का कार्य शुरू कर सकता है। हालांकि ट्रस्ट पहले ही मस्जिद की नींव रखने के किसी भी तरह के कार्यक्रम से इनकार करता आ रहा है। ट्रस्ट के सचिव व प्रवक्ता अतहर हुसैन का कहना है कि निर्माण शुरू करने से पहली ईंट तो रखनी ही होगी तो इसके लिये 26 जनवरी या 15 अगस्त से बेहतर दिन दूसरा नही हो सकता है। अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद में कोई भी जिक्र बाबर या उससे जुड़ा हुआ नहीं होगा। उन्होने कहा अयोध्या के रौनाही में बनने वाली मस्जिद का नाम किसी भी भाषा या राजा के नाम पर नहीं होगा। इस इबादतगाह की बनावट भी परंपरागत स्वरूप से बिल्कुल अलग होगी।
पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद, इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, संग्रहालय और अस्पताल बनाया जाएगा। मस्जिद का रकबा 15,000 वर्ग फिट होगा, मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद रखा जाएगा। उन्होने बताया कि मस्जिद का नक्शा पास होने की औपचारिकता 26 जनवरी से पहले पूरी हुई तो 26 जनवरी को नीव रखी जायेगी, ऐसा न होने पर नींव 15 अगस्त को रखी जाएगी। (18 दिसंबर 2020)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,