उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगांे को निरंतर जागरूक किये जाने पर बल दिया…
लखनऊ 26 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगांे को निरंतर जागरूक किये जाने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि आमजन को कोविड-19 की गाइडलाइन्स का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। गाइडलाइन्स के नाम पर उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसा करने वालों की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने लोगों से कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विवाह समारोह के लिए नजदीकी पुलिस थाना/चैकी को सूचना देकर तथा कोविड-19 की गाइडलाइन्स का पूर्ण पालन करते हुए यह आयोजन सम्पन्न किये जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शादी समारोह में बैण्ड बजाने, डीजे बजाने पर कोई रोक नहीं है। यदि कोई पुलिस अथवा प्रशासनिक अधिकारी बैण्ड बजाने या डीजे बजाने से रोकेगा तो ऐसे कर्मियों की जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शादी समारोह में शामिल होने के लिए अनुमन्य की गयी लोगों की संख्या, इस आयोजन में सम्मिलित होने वाले अतिथियों एवं पारिवारिक सदस्यों के सम्बन्ध में है।
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की मेडिकल टेस्टिंग के कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 के 1.5 लाख से 1.75 लाख टेस्ट प्रतिदिन किये जाए। इनमें से 40 प्रतिशत टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 विधि से तथा शेष 60 प्रतिशत टेस्ट रेपिड एण्टीजन विधि से किये जाए। उन्होंने काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के कार्य को पूरी गति से संचालित करने के निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा सुबह कोविड अस्पताल में तथा शाम को इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में प्रतिदिन अनिवार्य रूप से समीक्षा बैठक आहूत की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की रिकवरी दर को बेहतर किया जाए। जिस जनपद में कोविड-19 से एक से अधिक मृत्यु हो, ऐसे जनपदों के जिलाधिकारियों से मुख्य सचिव कार्यालय तथा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जाए। उन्होंने यह निर्देश भी दिये कि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य इन जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से तथा अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा चिकित्सा संस्थानों के प्रधानाचार्य से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद स्थापित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक उपयोग करते हुए लोगों को कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए। आई0सी0यू0 बेड्स की संख्या में वृद्धि की आवश्यकता का आकलन करते हुए इस सम्बन्ध में समय से जरूरी कदम उठाए जाएं। उन्होंने कोविड चिकित्सालयों में औषधियों, मेडिकल उपकरणों तथा आॅक्सीजन की सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये हैं।
बैठक में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…