युवा पत्रकार की संदिग्ध मौत के मामले मामले में आरोपी महिला दरोगा गिरफ्तार…
पत्रकार सूरज पांडेय (फाइल फोटो) 👆
आरोपी दरोगा सुनीता चौरसिया 👆
“हिंद वतन समाचार” पर 13 नवंबर को चली खबर 👆
न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया, आरोपी चालक कांस्टेबल अभी भी फरार…
रेलवे पटरी किनारे संदिग्ध अवस्था में मिला था शव, मां ने कहा था बेटे की हत्या की गई…
लखनऊ/उन्नाव। युवा पत्रकार सूरज पांडेय का शव संदिग्ध अवस्था में रेलवे पटरी के किनारे पाए जाने के मामले में नामजद आरोपी महिला दरोगा सुनीता चौरसिया को आज गिरफ्तार कर लिया गया। एसएफएल की रिपोर्ट के बाद हत्या से आत्महत्या के लिए प्रेरित किए जाने में तरमीम कर दिया था। पुलिस के अनुसार आत्महत्या के दुष्प्रेरण के तहत दोषी पाई गयी महिला दरोगा सुनीता चौरसिया व चालक अमर सिंह।
बताते चलें कि युवा पत्रकार सूरज पांडेय का शव संदिग्ध अवस्था में 12 नवंबर को रेलवे पटरी के किनारे पड़ा मिला था। “हिंद वतन समाचार” ने 13 नवंबर को ही प्रमुखता से ये खबर चलाई थी। इस मामले में पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी के दबाव के चलते पुलिस एसआई सुनीता चौरसिया की गिरफ्तारी के लिए लगातार दें रही थी दबिश। मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी की टीम व कोतवाली पुलिस ने निलंबित महिला दरोगा सुनीता चौरसिया को सीजेएम कोर्ट उन्नाव में किया पेश। सीजेएम विराट श्रीवास्तव ने आरोपी महिला दरोगा सुनीता चौरसिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल।
दरोगा सुनीता चौरसिया व चालक अमर सिंह को पहले ही किया जा चुका है निलंबित। चालक अमर सिंह यादव अभी भी फरार। पत्रकार सूरज का लखनऊ-कानपुर रेलमार्ग पर शराब मिल के पास मिला था। इस संबंध में सूरज की मां लक्ष्मी पांडेय ने बिहार थाने में दारोगा सुनीता चौरसिया व महिला थाने के सिपाही (चालक) अमर सिंह के खिलाफ हत्या, हत्या की साजिश रचने और जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट दर्ज होते ही दारोगा सुनीता चौरसिया और अमर सिंह अंडरग्राउंड हो गए थे। सोशल मीडिया पर सुनीता चौरसिया अपने आप को निर्दोष बताने के लिए कई पोस्ट भी किए थे। इसी के बाद सीओ (सिटी) के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक ने नामजद आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया था। लखनऊ की एफएसएल टीम ने गत 18 नवंबर को घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट एसपी को दी थी, जिसमें पत्रकार सूरज की मृत्यु का कारण आत्महत्या बताया गया था। (24 नवंबर 2020)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,