हैरिस का निर्वाचित होना लैंगिक समानता के लिए मील का पत्थर…
संयुक्त राष्ट्र, 10 नवंबर। संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व ने अमेरिका में जो बाइडन के राष्ट्रपति और कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई दी है। विश्व निकाय के शीर्ष नेतृत्व ने हैरिस के अमेरिका की पहली अश्वेत और पहली दक्षिण एशियाई और पहली महिला उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने की सराहना की है और इसे लैंगिक समानता की दिशा में एक मील का पत्थर बताया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टेफन दुजारिक ने कहा कि महासचिव हमेशा इस बात से खुश होते हैं और स्वागत करते हैं जब किसी महिला को मौका मिलता है या वह नई ऊंचाई पर पहुंचती हैं। उन्होंने यह टिप्पणी सोमवार को दैनिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान हैरिस के पहली महिला उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने के सवाल के जवाब में की। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष वोल्कन बोजकीर ने राष्ट्रपति निर्वाचित हुए बाइडन (77) और हैरिस (56) को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि बाइडन का संयुक्त राष्ट्र का समर्थन करने का लंबा इतिहास है जबकि हैरिस का अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति चुने जाना लैंगिक समानता की दिशा में मील का पत्थर है। बोजकीर ने एक ट्वीट में कहा, “ मैं संयुक्त राष्ट्र-अमेरिका के रिश्तों को गहरा करने तथा सुरक्षित और समृद्ध विश्व की दिशा में साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।“ संयुक्त राष्ट्र की महिला संस्था की प्रमुख फुमज़ाइल मलाम्बो-नगकुका ने अमेरिका में पहली महिला उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने को दुनिया भर की महिलाओं और लड़कियों के लिए बेहद प्रेरक पल बताया। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता द्वारा जारी बयान में गुतारेस ने “ निर्वाचित राष्ट्रपति और निर्वाचित उपराष्ट्रपति को बधाई दी। उन्होंने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के बीच साझेदारी को अंतरराष्ट्रीय सहयोग का जरूरी स्तंभ बताते हुए पुनःपुष्टि की और आज विश्व जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उनका निवारण करने की जरूरत बताई। “ संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बयान में बाइडन और हैरिस का नाम नहीं लिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के बाद संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व से सोमवार को पहली प्रतिक्रिया आई है। संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की महानिदेशक ऑड्रे आज़ोले ने ट्विटर पर कहा कि आज की वैश्विक चुनौतियां अमेरिका से नई प्रतिबद्धताओं की मांग करती हैं जिनमें विज्ञान, शिक्षा एवं संस्कृति का प्रतिनिधित्व हो। उन्होंने इस बात पर भी खुशी जतायी कि एक अध्यापिका के तौर पर बाइडन की पत्नी जिल बाइडन व्हाइट हाउस में प्रवेश करेंगी। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यूएनएचआरसी के प्रमुख फिलिपो ग्रैंडी ने ट्विटर पर कहा कि दुनिया के सबसे कमजोर लोगों के लिए अमेरिकी नेतृत्व पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने निर्वाचित राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति को बधाई देते हुए कहा कि एजेंसी वैश्विक और घरेलू शरणार्थी के मुद्दों पर नए प्रशासन के साथ काम करने को उत्सुक है। प्रवास के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठन (आईओएम) के महानिदेशक एंतोनियो वितोरिनो ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की प्रवास एजेंसी सभी का फायदा के लिए नए प्रशासन के साथ प्रवासन के प्रबंधन पर काम करने को उत्सुक है। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अधनोम ग्रेबेसियस ने बाइडन और हैरिस को मुबारकबाद देते हुए कहा, ” हम उनके प्रशासन के साथ करीब से काम करने की आशा कर रहे हैं।” गौरतलब है कि इस साल के शुरू में कोरोना वायरस महामारी के नियंत्रण के लिए उचित कदम नहीं उठाने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका को अलग करने का फैसल किया था। वहीं निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन ने संगठन में फिर से शामिल होने का संकल्प लिया है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…