*”जो पिता खुद न हारकर बेटी को हरा दें, ऐसा पिता नहीं चाहिए…..?*
*लूडो के खेल में पिता से हारी बेटी पहुंची फैमिली कोर्ट*
*पिता को पिता मानने से इंकार, कहा अब वे मेरे पापा नहीं*
*लखनऊ/भोपाल।* जिंदगी के खेल भी बड़े निराले होते हैं, बच्चों के लिए सब कुछ कुर्बान देने वाले माता-पिता को क्या कोई युवक या युवती सिर्फ इसलिए माता-पिता मानने से इनकार कर सकता है कि उन्होंने उसे लूडो के खेल में हरा दिया ? लेकिन एक पिता को इस बात का थोड़ा सा भी अंदाजा नहीं रहा होगा कि उसकी 24 साल की बेटी ऐसा करने के लिए कोर्ट तक पहुंच जाएगी।
मध्य प्रदेश में शनिवार को एक ऐसा ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां 24 साल की एक युवती ने अपने पिता के खिलाफ भोपाल फैमिली कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। युवती का आरोप है कि उसके पिता ने लूडो के खेल में उसे धोखा दिया है। पिता के द्वारा खेल में चीटिंग किए जाने से बेटी इतनी ज्यादा आहत हो गई कि अब वो उन्हे अपना पिता मानने से ही इनकार कर रही है। इस मामले में कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी के अनुसार “युवती ने कहा कि उसने अपने पिता पर इतना भरोसा किया और उनसे धोखा देने की उम्मीद नहीं की। हमने उनके साथ चार काउंसलिंग सत्र आयोजित किए हैं।
काउंसलर सरिता ने बताया, इस युवती का कहना कि उसने अपने पिता के लिए सम्मान खो दिया है क्योंकि उन्होने उसे हराया है। युवती को लगता है कि उसके पिता उसकी खुशी के लिए खेल हार भी सकते थे। चार सत्रों की काउंसलिंग के बाद भी इस युवती की मनस्थिति में कुछ खास बदलाव नहीं आ पाया है। पिता को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है। लूडो के खेल में पिता से हारने पर युवती को मानसिक आघात पहुंच है। इसके चलते वह अवसाद में है। इसी सिलसिले में अब पिता को भी काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है। जिसके बाद पता चल सकेगा कि युवती की वास्तविक मनोदशा कैसी है।
*”हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,*