गढ़ी पीर खां वार्ड में नाले की चौड़ाई कम होने से समस्याओं का अंबार…

गढ़ी पीर खां वार्ड में नाले की चौड़ाई कम होने से समस्याओं का अंबार…

जरुरत के मुताबिक सफाई कर्मचारियों की संख्या भी काफी कम…

सीमित साधन में पार्षद करा रहे हैं कोविड-19 गाइडलाइन का पालन…

लखनऊ। पुराने लखनऊ के वार्ड गढ़ी पीर खां से पार्षद अयाजुर्रहमान उर्फ अल्लाह प्यारे अपने वार्ड को कॅरोना जैसी वैश्विक महामारी से बचाव के लिये वार्ड में लगातार सफाई कराने के साथ ही सैनिटाइजेशन भी कराते रहते हैं। वैश्विक आपदा कोरोना महामारी में प्रशासन द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन पार्षद व उनके साथियों द्वारा लगातार कराया जा रहा है। वार्ड के अंतर्गत आने वाली हर छोटी बड़ी दुकान हो, या मकान गली हो या सड़क खुद खड़े हो कर करवाते हैं सेनिटाइजर का छिड़काव एवं सफाई का काम।
पार्षद अल्लाह प्यारे ने “हिन्द वतन” को बताया कि रेड जोन में सैनिटाइजर, ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव व बांस-बल्ली लगाकर खास निगरानी व सावधानी बरती जाती है। उन्होने आगे बताया कि बरसात का मौसम होने के कारण बारिश से सड़कों का बुरा हाल गया है जिसमें कि कुछ सड़के पहले से ही काफी खराब स्थिति में थी जिनके लिए मैने पूर्व में ही काफी प्रयास किये। सदन से लेकर नगर आयुक्त और मेयर तक को आपने वार्ड की खस्ता हाल सड़कों के बारे में अवगत कराया। इसी बीच कोरोना महामारी के आ जाने के कारण नगर निगम की भी आर्थिक इस्थिति खराब हो गई जिससे वार्ड के विकास का काम रुक गया था मगर अब स्थिति कुछ सुधरी है तो पार्षदों को निधि का फंड दुबारा जारी किए गया है। ये पैसा जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए लगाया जायेगा जैसे क्षेत्र में जहां पानी की परेशानी है वहां समरसेवुल लगवाया जायेगा, 10 समरसेवुल मिले हैं। और वार्ड की खस्ताहाल सड़के है जैसे तीन बंदर मार्ग से बालागंज वाली रोड। मुअज्जम नगर मार्केट वाली मेन रोड आदि चिन्हित कर कार्य की शुरुआत कर जनता की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जायेगा।
पार्षद अल्लाह प्यारे ने बताया कि उनका वार्ड काफी बड़ा है, यहां करीब 150 सफाई कर्मचारियों की जगह 50 सफाई कर्मचारियों से काम चलाना पड़ता है, उनमें 4-5 कर्मचारी छुट्टी पर रहते हैं। यहां की सबसे बड़ी समस्या नाले का कम चौड़ा होना है। करीमगंज, रामनगर एवं कल्याण गिरी मंदिर के आसपास ज्यादा समस्या है। नाले के अगल-बगल की खाली पड़ी जमीन पर लोग कब्जा भी कर लें रहें हैं। यहां हाल ही में नाले के पानी में करंट आने से एक घोड़े की मृत्यु भी हो चुकी है। उन्होने बताया कि 32-32 लाख की दो निधि का फंड दुबारा जारी होने से वार्ड की समस्या काफी हद तक दूर होगी।

संवाददाता मतीन अहमद की रिपोर्ट…