गंगा में जल स्तर बढ़ने से किसानों की मुश्किलें बढ़ी…
शमसाबाद/फर्रूखाबाद। ढाई घाट शमशाबाद की गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने से स्थानीय किसानों तथा ग्रामीणों के चेहरों पर मायूसिया छा गई। कहां बढ़ता हुआ जलस्तर और कटान किसानों के खेतों की बर्बादी का कारण बन जाए। मालूम हो कि ढाई घाट शमशाबाद की गंगा नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने से क्षेत्रीय किसानों के चेहरों पर मायूसिया दिखने लगी हैं। क्योंकि किसानों द्वारा गंगा नदी के किनारे तमाम फसलों का उत्पादन किया गया है। जिसमें धान जैसी प्रमुख फसल के अलावा और भी तमाम फसलें है जो व्यवसायिक क्षेत्र से जुड़ी हुई है। यहां क्षेत्रीय किसान सब्जियों का उत्पादन कर बाजार को बाजार की मंडियों में लाते हैं। जहां विक्रय करने के बाद अपने घर परिवार का गुजारा करते हैं। मगर अचानक गंगा में आजकल जल वृ(ि को लेकर किसानों ने चिंता जताते हुए कहा लगातार बढ़ रहे जलस्तर से किसानों के खेत कट सकते हैं। यहां तक की उनकी फसलें भी बर्बाद हो सकती हैं। सोमवार को तमाम ग्रामीण किसानों को गंगा नदी के किनारे देखा गया। कई लोगों को नाव के सहारे आवागमन करते हुए देखा गया। किसानों ने बढ़ते जल स्तर पर चिंता जताते हुए औरों को भी आगाह करते हुए कहा कि हो न हो भविष्य में बढ़ने वाला जलस्तर उनकी बर्बादी का भी कारण बन सकता है इसलिए किसानों को अभी से सचेत रहना होगा
पत्रकार राहुल सिंह चौहान की रिपोर्ट…