कोविड-19 से बचाव एवं ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन ज़ूम एप के माध्यम से दोपहर 12.00 बजे से 02.00 बजे किया गया…

कोविड-19 से बचाव एवं ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन ज़ूम एप के माध्यम से दोपहर 12.00 बजे से 02.00 बजे किया गया…

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ए.डी.आर भवन, जनपद न्यायालय, मथुरा उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा प्रस्तुत एक्शन प्लान वर्ष 2020-2021 के अनुपालन में माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्रीमती साधना रानी ठाकुर के निर्देश अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मथुरा, चाणक्य युवा संगठन तथा महर्षि दयानन्द पुर्नवास संस्थान मथुरा के संयुक्त तत्वावधान में आज दिनांक 17.07.2020 दिन शुक्रवार को कोविड-19 से बचाव एवं ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन ज़ूम एप के माध्यम से दोपहर 12.00 बजे से 02.00 बजे किया गया। इस ऑनलाइन कोविड-19 वेबिनार का उद्घाटन एवं अध्यक्षता श्रीमती दीक्षा श्री, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा द्वारा की गई। इस अवसर पर श्री अशोक शर्मा, संस्थापक, चाणक्य युवा संगठन, श्री आलोक भुवन, निदेशक, मनोविकास संस्थान, दिल्ली, डा0 मुनीष पौरूष, जिला सर्विलांस अधिकारी, मथुरा, डा0 धनन्जय तिवारी, प्राचार्य, महर्षि दयानन्द पुनर्वास संस्थान, राल, मथुरा, श्री पुनीत प्रजापति, चेयरमेन, रीयल इंटरनेशनल स्कूल, मथुरा, श्री पंकज अग्रवाल, प्रधानाचार्य, रीयल इंटरनेशनल स्कूल, मथुरा, श्री अनुपम गौतम, कवि/सामाजिक कार्यकर्ता एवं प्रोपराइटर अनुभांश हैल्थ केयर, मथुरा आदि ज़ूम एप के माध्यम से उपस्थित रहे। इस आयोजन में रीयल इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं की विशेष उपस्थिति रही।ऑनलाइन कोविड-19 वेबिनार का संचालन श्री अशोक शर्मा, संस्थापक, चाणक्य युवा संगठन, मथुरा द्वारा करते हुए ज़ूम एप के माध्यम से उपस्थित सभी गणमान्य लोगों, छात्र-छात्राओं, आम जनमानस को इस शिविर का महत्व बताया गया। डा0 मुनीष पौरूष, जिला सर्विलांस अधिकारी, मथुरा द्वारा बताया गया कि कोविड-19 के 90 प्रतिशत मामले ऐसे हैं, जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं दिखता परन्तु उनके टेस्ट कराने पर उनमें कोरोना वायरस के लक्षण पाये जाते हैं। कोराना से बचने के लिए सर्वप्रथम हमें सोशल डिस्टेन्स का पालन करना होगा। ज्यादा से ज्यादा समय अपने घर पर व्यतीत करें। बहुत आवश्यक होने पर ही अपने घर से बाहर निकलें। घर से बाहर निकलते समय अपने नाक व मुॅह को मास्क से ढकें। किसी भी सामान को छूने से पहले व छूने के बाद अपने हाथों को सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें। कोई व्यक्ति यदि किसी गम्भीर बीमारी से ग्रसित है तो ऐसे व्यक्ति को कोरोना होने का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए कोशिश करें कि यदि आपके घर में कोई व्यक्ति गम्भीर बीमारी से ग्रसित है तो उसे घर से बाहर न जाने दें। जब कहीं भी कोई व्यक्ति कोरोना पोजिटिव मिलता है तो उसके घर के आस पास का 250 मीटर का एरिया सील्ड कर दिया जाता है। जिससे कि यह संक्रमण बाहर न फेल पाये। ऐसे सील्ड एरिये को 14 दिन तक सील्ड रखा जाता है ताकि कोई इस एरिये के अंदर न आये और न ही कोई बाहर जाये। इस 250 मीटर के एरिये में रहने वाले अन्य घरों के व्यक्तियों से यह आशा की जाती है कि वह 14 दिन तक व्यर्थ घरों से बाहर न निकले और न ही किसी के सम्पर्क में आयें। आपके घर में अथवा आस-पास कोई व्यक्ति बीमार होता है तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को अतिशीघ्र देनी चाहिए, जिससे कि समय से उस व्यक्ति को यथासम्भव ईलाज उपलब्ध कराया जा सके। यदि किसी व्यक्ति का कोई परिवारीजन कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तथा उसके परिवार को होम कारन्टीन किया जाता है तो उस परिवार को होम कारन्टीन के नियमों का पूर्ण पालन करना चाहिए तथा चिकित्सक की सलाहनुसार घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। हमें कोविड-19 से डरना व चिन्तित नहीं होना है। हमें सिर्फ सावधानी बरतने की आवयकता है। वर्षा के मौसम में डैंगू, मलेरिया आदि बीमारी भी उत्पन्न होती हैं, और जब कोविड-19 के साथ-साथ इस प्रकार की बीमारी भी एक साथ आयेंगी तो इनका ईलाज करना काफी हद तक बहुत मुश्किल हो जाता है। अतः हमें वर्षा काल में बहुत ही सावधानी बरतनी होगी।श्री अनुपम गौतम, कवि/सामाजिक कार्यकर्ता एवं प्रोपराइटर अनुभांश हैल्थ केयर, मथुरा द्वारा बताया गया कि संक्रमण ज्यादातर नाक व मुॅह से होता है, इसलिए हमें नाम व मुॅह हमेशा ढक कर रखना चाहिए, मास्क का प्रयोग करना चाहिए। इनके द्वारा हाथों को साफ करने के 06 स्टेप बताये गये। अपने घर के बाहरी गेट पर हमेशा सेनेटाइजर रखना चाहिए, जिससे घर में प्रवेश करने से पूर्व अपने हाथों को सैनेटाइज कर लें तथा हमेशा हाथ धो कर ही घर में प्रवेश करें। हमें हमेशा 70प्रतिशत एल्कोहल वाला सैनेटाइजर ही इस्तेमाल करना चाहिए। कोरियर बॉय से कोई भी सामान सीधे हाथ में न लें। फल, सब्जी को लेने के बाद कम से कम दो घण्टे उसे बाहर धूप में ही रखें। बाजार में चाट आदि न खायें। बाहर से घर में आने वाले सामान को भी सैनेटाइज करें। बिटामिन ’सी’ का प्रयोग करें जैसे ऑवला, नीवू आदि। फिजिकल डिस्टेन्स का पालन करें, हाथ न मिलायें, गले न मिलें, दूर से प्रणाम करें। अभी भी लोग अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकल रहे हैं, झुण्ड बनाकर रहते हैं, यह कोरोना जैसी महामारी को अपने निकट बुलाना है। ऐसे लोगों को अब समझदारी से काम लेना होगा, कार्यक्रम में अन्य वक्तागण श्री पुनीत प्रजापति, श्री पंकज अग्रवाल, श्री आलोक भुवन, डा0 धनन्जय तिवारी द्वारा कोविड-19 से बचाव एवं जागरूकता हेतु अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्रीमती दीक्षा श्री, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा द्वारा लॉक डाउन अवधि में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा तथा न्यायिक परिवार, मथुरा द्वारा किये गये कार्यो को बताया गया। जिसमें पराविधिक स्वयंसेवकों, पेनल अधिवक्ताओं व मध्यस्थों की मदद से पलायन करने वाले मजदूरों, कम आय वर्ग के व्यक्तियों, महिलाओं, बच्चों, वृद्धों को आवश्यकतानुसार भोजन के पैकेट, कच्चा अनाज, दाल, चावल, साबुन, सब्जी, स्वनिर्मित मास्क व सैनेटाइजर आदि वितरित किये गये। डाक्टर्स, पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों व आम जनमानस में स्वनिर्मित मास्क व सैनेटाइजर का वितरण किया गया। सचिव महोदया द्वारा बताया गया कि समय-समय पर क्वारन्टीन सेन्टर्स का आकस्मिक निरीक्षण कर उत्पन्न समस्याओं का निराकरण कराया गया तथा आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये। महिलाओं की समस्याओं हेतु दो महिला अधिवक्ताओं का पैनल बनाकर उनकी समस्याओं का निराकरण कराया गया। जिला कारागार, राजकीय महिला शरणालय, शिशु सदन, राजकीय सम्प्रेक्षण गृह किशोर, वृद्ध/विधवा महिला आश्रय सदनों में कोविड-19 हेतु जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया। न्यायिक अधिकारियों द्वारा जरूरतमंद लोगों को खाने के पैकेट उपलब्ध कराये गये। लॉकडाउन में फॅंसे अन्य राज्यों के लोगों को प्रशासन की मदद से उनके गृह जनपद/राज्य पहुॅचाया गया। मेडीकल डिपार्टमेन्ट द्वारा बहुत ही अच्छे तरीके से कारन्टीस सेन्टर्स पर कार्य किया जा रहा है, जिसके लिए मथुरा स्वास्थ विभाग धन्यवाद का पात्र है। सचिव महोदया द्वारा अवगत कराया गया कि माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के निर्देशानुसार लॉक डाउन अवधि में जनपद मथुरा के न्यायिक अधिकारियों द्वारा जिला कारागार, मथुरा में जाकर 368 विचाराधीन बंदियों को अन्तरिम जमानत पर तथा 15 सिद्धदोष बंदियों को उ0प्र0 शासन के आदेश से पैरोल पर छोड़ा गया है। रिमाण्ड स्टेज पर कार्य वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से न्यायिक अधिकारीगण द्वारा किया गया। सचिव महोदया द्वारा लोगों से अपील की गई कि वह व्यर्थ अपने घरों से बाहर न निकलें। हमेशा मास्क व सैनेटाइजर का प्रयोग करें। सोशल डिस्टेन्स का पालन करें। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के सम्बंध में जारी निर्देशों का अनुपालन करें। अपने घर में रहें, परिवार के साथ रहें, स्वस्थ रहें।
कार्यक्रम के अंत में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्रीमती दीक्षा श्री तथा कार्यक्रम के संयोजक श्री अशोक शर्मा द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर श्री पीयूष कुमार पुरोहित, श्री कमल स्वरूप शर्मा, श्री हरिमोहन सिसौंदिया, श्री अंकित चौधरी आदि का विशेष सहयोग रहा।

पत्रकार अमित गोस्वामी की रिपोर्ट…