आवारा पशु राहगीरों के लिए बने मुसीबत सम्बंधित अधिकारियों की उदासीनता…
नगराम भाजपा सरकार द्वारा निर्देश दिया गया था कि कान्हा उपवन योजना के तहत पशु आश्रय केंद्र बनाए जाएं जिससे आवारा पशुओं को खाने-पीने व रहने की उचित व्यवस्था हो सके लेकिन संबंधित अधिकारी उनके मंसूबों पर पानी फेरने का कार्य कर रहे हैं एक ऐसा ही ताजा मामला।
विकासखंड मोहनलालगंज क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत समेसी का है जहां पर आवारा पशुओं की भरमार है जिससे इसका मुख्य कारण समेसी ग्राम पंचायत में पशु आश्रय केंद्र का अभाव, जिससे आवारा पशुओं को खाने-पीने की व्यवस्था न होने के कारण मजबूरन किसानों की फसलों को अपना निवाला बनाना पड़ता है उसी बीच किसान जब अपनी फसल की सुरक्षा करने के उद्देश्य से आवारा पशुओं को खदेड़ने का कार्य करते हैं उसी बीच आवारा पशु कुछ तो डर के मारे भागने का कार्य करते हैं और कुछ क्रोधित होकर किसानों पर हमला कर उन्हें घायल कर देते हैं, जिसके कारण किसान महीनों अपने जख्मों को ठीक कराने में काफी रुपया खर्च होता है, जिससे समेसी ग्राम पंचायत के कई नागरिक वाह किसान पशु आश्रय केंद्र की सरकार व जनप्रतिनिधियों से मांग की लेकिन संबंधित अधिकारी उदासीनता के कारण समस्या लगातार जटिल होती जा रही है।
संवाददाता अनुराग तिवारी की रिपोर्ट…