उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को अनिवार्य रूप से भ्रमण कर अस्पतालों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं का निरीक्षण करते रहने के निर्देश…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को अनिवार्य रूप से भ्रमण कर अस्पतालों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं का निरीक्षण करते रहने के निर्देश…

लखनऊ 16 जून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को अनिवार्य रूप से भ्रमण कर अस्पतालों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं का निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनपदों में नोडल अधिकारी के तौर पर नामित स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के वरिष्ठ चिकित्सकगण चिकित्सालयों की व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए निरन्तर प्रभावी प्रयास करंे।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की की समीक्षा कर रहे थे। कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश के एन0सी0आर0 क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली से बड़े पैमाने पर होने वाले आवागमन को देखते हुए संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। मेरठ मण्डल के सभी जनपदों के कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या दोगुनी की जाए। उन्होंने इन जनपदों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मानव संसाधन की व्यवस्था आउटसोर्सिंग के माध्यम से करते हुए ट्रेनिंग के पश्चात इनकी सेवाएं प्राप्त करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इन जनपदों के नोडल अधिकारियों से संवाद बनाकर उनसे प्राप्त फीडबैक के क्रम में आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को प्रत्येक दशा में रोका जाना है। इसलिए कोविड-19 संक्रमित लक्षणहीन व्यक्ति को घर में रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती, क्योंकि इससे संक्रमण के प्रसार की आशंका बनी रहती है। प्रदेश के कोविड अस्पतालों में 01 लाख से अधिक बेड उपलब्ध है। संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कोविड-19 संक्रमित लक्षणरहित व्यक्ति को कोविड चिकित्सालय में रखते हुए उसकी निरन्तर माॅनिटरिंग आवश्यक है। उन्होंने सभी जनपदों में उपलब्ध वेंटीलेटरों को कार्यशील रखने तथा निगरानी समितियों को सक्रिय बनाए रखने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं तथा आवश्यक आॅपरेशन 20 अप्रैल के बाद प्रारम्भ कर दिए हैं। जो चिकित्सालय स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकाॅल के अनुरूप पी0पी0ई0 किट सहित सभी सावधानियों का पालन करते हुए चिकित्सा सुविधा प्रदान करना चाहते हैं, उन्हें जनपद स्तर पर अनुमति दी जाय। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए यह जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जनपदों में बैंकों द्वारा सभी पात्र एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को ऋण की सुविधा प्राप्त हो। उन्होंने मुख्य सचिव को नगर निगम कर्मियों के वेतन भुगतान की समस्या का यथाशीघ्र समाधान कराने के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल तथा श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव पंचायतीराज तथा ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…