पतंग के मांझे का कहर जारी, इंसानों के साथ पक्षी भी बन रहें हैं शिकार…
मांझे में फंसकर मोर का सीना व पंख हुए जख्मी: पशु-पक्षी प्रेमी मदद में आए सामने…
उपचार करके बाद वन विभाग को दी गई सूचना…
“हिंद वतन समाचार” पर कल चली खबर 👆
लखनऊ। अभी एक दिन पहले की ही बात है पुराने लखनऊ के सहादतगंज थाना क्षेत्र में तार बंधी पतंग लूटने के चक्कर में दो बच्चों के घायल होने की खबर आई थी कि आज मिली खबर में राष्ट्रीय पक्षी मोर के इसी थाना क्षेत्र में पंतग के मांझे में फंसकर घायल होने की खबर सामने आई है। एस एमआरएसपी सेवा समिति की ओर से मौके पर पहुंच कर घायल मोर का उपचार किया गया है। बताते चलें कि पाबंदी के बावजूद शहर में चाइनीज मांझा बांधकर एवं लोहे का तार बंधी पतंगें लोग खुलेआम आसमान में उड़ाते रहते हैं। चाइनीज मांझे एवं तार बंधी पतंगों से कई हादसे हो चुके हैं।
एमआरएसपी सेवा समिति के संयोजक प्रदीप कुमार पात्रा को सहादतगंज के वजीरबाग निवासी मोहम्मद वसीम से फोन पर मोर के घायल होने की सूचना मिली थी। बताया गया था कि मोर पतंग के मांझे से जख्मी हो गया है, और उड़ भी नही पा रहा है। वन विभाग को भी मामले की सूचना दी गई। ज्यादा रात हो जाने एवं पते की सही जानकारी न होने के चलते मोर का कल उपचार नहीं हो सका था। प्रदीप पात्रा आज दिन में मोहम्मद वसीम के साथ मौके पर पहुंचे और मोर का उपचार किया। पतंग के मांझे से मोर का सीना व पंख के नीचे का भाग जख्मी हो गया था, जिस कारण वह उड़ नही पा रहा है। मोर को अभी आगे भी उपचार की जरूरत होगी, चूंकि आज विश्व पर्यावरण दिवस है, वन विभाग के लोग जीव रक्षा व सुरक्षा कार्यक्रम में लगे थे, इसलिये मोर का उपचार करके वहीं एक पशु प्रेमी के आवास में रखा गया है, जोकि खुले में घूम फिर रहा है। मोर का पंख व जख्म ठीक होने पर उसे आजाद कर दिया जायेगा।
पशु-पक्षी कल्याण के क्षेत्र में कार्य कर रही समिति के द्वारा कोरोना काल में लगातार कल 84वे दिन भी भूखे 30-40 डॉग्स को डॉग फूड दिया गया, जिससे वे जीवित रह सके। प्रदीप पात्रा का कहना है कि जब तक ये जीव है, तब तक हम और आप और ये संसार है। उन्होने लोगों से अपील की कि वे जीव हत्या न करें उन्हे भी जीने का अधिकार है। भूखे जीव को कुछ अपनी सामर्थ्य के अनुसार भोजन भी दिया करे।
“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,