भारतीय और हिन्दू धर्म में रक्तदान कर किसी के जीवन की रक्षा करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य माना गया है…

भारतीय और हिन्दू धर्म में रक्तदान कर किसी के जीवन की रक्षा करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य माना गया है…

बलरामपुर 25 मई। भारतीय और हिन्दू धर्म में रक्तदान कर किसी के जीवन की रक्षा करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य माना गया है। ऐसी ही भावना को लेकर जीने वाले जुगल किशोर रस्तोगी अपने मिशन में निरंतर बढ़ते चले जा रहे हैं।
जुगल किशोर रस्तोगी पेशे से वकील हैं और स्वर्णकार समाज की अग्रणी संस्था राष्ट्रीय स्वर्णकार मंच की उत्तर प्रदेश इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं और यह आए दिन किसी न किसी के जीवन रक्षा के लिए अपना रक्तदान करते रहते हैं। आज ईद के दिन इन्होंने एक गर्भवती महिला तथा उसके नवजात शिशु की जीवन रक्षा के लिए अपना रक्तदान कर दिया।
इस बाबत जब एडवोकेट जुगल किशोर रस्तोगी से बात की गई तो उन्होंने कहा अगर उनके रक्तदान से किसी का जीवन बच जाए तो इससे अच्छी क्या बात हो सकती है। यह कार्य वह पहले से भी करते आ रहे हैं और जब भी किसी को उनके रक्त की आवश्यकता हुई तो वह हमेशा तत्पर रहेंगे।
इनके इस परम पुनीत कार्य से प्रसन्न होकर राष्ट्रीय स्वर्णकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मणिलाल वर्मा और उनकी संस्था के तमाम पदाधिकारियों और सदस्यों ने जुगल जी को हार्दिक धन्यवाद् देते हुए बधाई दिया। मणिलाल वर्मा ने कहा कि ऐसे समाज के हीरे उनके साथ हैं यह उनके लिए गर्व की बात है और उनका यह कार्य औरों के लिए अनुकरणीय है।

“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट…