नगर निगम अधिकारी मालामाल, नगर की हालत हुई खस्ताहाल…
लखनऊ(ब्यूरो): उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नगर निगम जहां बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं गली में पड़े कूड़े नई-नई बीमारियों को जन्म देती है। जहां एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत, स्वच्छ अभियान चलाकर देश को स्वच्छ रखने की अपील कर रहे हैं क्योंकि देश में व्याप्त ज्यादातर बीमारी संक्रमण से पैदा होती है। तो वहीं दूसरी तरफ सुबे में बैठी योगी सरकार को लखनऊ नगर निगम आइना चिढ़ा रही है।
एक अभियान के तहत भूतनाथ मेट्रो स्टेशन के पास सी-ब्लॉक में रह रहे स्थानीय लोगों ने बताया की साफ-सफाई तथा कूड़े उठाने के लिए मोटी रकम देनी पड़ती है और क्योंकि कूड़े एकत्र करनेवाला/ कूड़े उठाने वाला खुद को एक प्राइवेट सफाई कर्मी बताकर हर घरों से मोटी रकम वसूलता है। और समय कम होने का नाटक करके २-३ मिनट में कूड़े इकट्ठे कर पैसा वसूलता है और फिर फुर्र हो जाता है। बताते चलें कि जब स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत नगर निगम लखनऊ की अधिकारिक वेबसाइट पर दिए गए अधिकारियों के नंबर को मिलाया तो अधिकतर नंबर बंद पड़े मिले तथा जो नंबर खुले थे वह गलत नंबर था। फिलहाल स्थानीय लोगों ने बताया कि लॉकडाउन खुलने के बाद नगर निगम ऑफिस जाएंगे और समस्या के समाधान के लिए को जिम्मेदार अधिकारियों के सामने रख समाधान की गुहार लगाएंगे।
वरिष्ठ पत्रकार आलोक उपाध्याय की रिपोर्ट…