सामूहिक हत्याकांडों से दहशत का माहौल…
सीआरपीएफ सेंटर के अंदर सीओ के ड्राइवर ने पत्नी, बेटे व पुत्री को गोली से उड़ाया…
हत्याओं के बाद खुद भी फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या…
लखनऊ/प्रयागराज। संगमनगरी आजकल सामूहिक हत्याकांडों का शहर बनती जा रही है। प्रयागराज (इलाहाबाद) में शनिवार भी बड़ी आफत लेकर आया। आज यहां सीआरपीएफ के एक जवान ने पत्नी/बच्चों की गोली मारकर हत्या करने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। पडि़ला स्थित सीआरपीएफ के ग्रुप सेंटर में सीओके ड्राइवर ने पत्नी और दो बच्चों को गोली मारने के बाद फांसी लगाकर की खुदकुशी।
दिल दहला देने वाली इस घटना की जानकारी मिलने पर सीआरपीएफ के अधिकारी/ पुलिस अफसर मौके पर पहुंच गए। थरवई थाने के एसओ भुनेश्वर चौबे के अनुसार मेजा थाना क्षेत्र के सिरसा का रहने वाला विनोद यादव सीआरपीएफ में गाड़ी चलाता, वह कैम्प में बने सरकारी क्वार्टर में परिवार के साथ रहता था। आज उसने पत्नी विमला देवी (36वर्ष), बेटी सिमरन (12) एवं बेटे संदीप (15) की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद को कमरे के अंदर बंद कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से सीआरपीएफ के जवानों में खलबली मच गई।
प्रारंभिक जांच में मामला पारिवारिक कलह का माना जा रहा है। परन्तु घटना का सही कारण अभी पता नहीं चल सका है। मृत जवान विनोद कुमार यादव के साथियों से पूछताछ की जा रही है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया है। सीआरपीएफ जवान के परिवारवालों को घटना की सूचना भेज दी गई है।
बताते चलें कि इसी 6 मई की रात गंगा पार आंधी गांव में पति-पत्नी व बेटी की हत्या कर दी गई थी तथा एक दिन पूर्व शहर के प्रीतमनगर में परिवार के बेटे ने ही मां-पिता, बहन व पत्नी की हत्या करा दी। सामूहिक हत्याकांडों से पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है।
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,