तीन और कोरोना मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज- कुलपति…

तीन और कोरोना मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज- कुलपति…

चिकित्सा विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल के साथ ही इमर्जेसी सेवायें भी जारी- प्रो. राजकुमार…

इटावा/उत्तर प्रदेश-: सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय में भर्ती 03 और कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर आज डिस्चार्ज किये गये। ये सभी मरीज आगरा से यहाॅ 23 अप्रैल को भेजे गये थे। इन सभी 03 मरीजों को मिलाकर अभी तक कुल 65 कोरोना सक्रमित मरीज ठीक होकर विश्वविद्यालय द्वारा डिसचार्ज किये जा चुके हैं। यह जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डा0 राजकुमार ने दी। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय कोविड-19 अस्पताल के संचालन के साथ ही सभी तरह की इमर्जेंसी सेवायें भी जारी रखे हुए है। इसका यह उद्देश्य है कि कोई भी नाॅन कोविड मरीज किसी भी तरह की स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न हो। इसीलिए कोविड-19 अस्पताल के संचालन के साथ-साथ विश्वविद्यालय के इमर्जेसी एवं ट्रामा सेन्टर में इमरजेंसी सेवाएं भी लगातार 24 घंटे दी जा रही हैं। जिसमें हेड इंजरी आईसीयू, मेडिसिन आईसीयू, इमर्जेंसी एवं ट्रामा, लेबर रूम, बर्न वार्ड इत्यादि में सभी जरूरी चिकित्सकीय सेवाएं लगातार दी जा रही हैं एवं इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि कोविड एवं नाॅन कोविड मरीजों का आपस में सम्पर्क न हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिदिन इस तरह के 250 से 300 मरीज इमर्जेंसी सेवाओं के अन्र्तगत देखे जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय में कोविड-19 अस्पताल के सुचारू संचालन के लिए गठित सभी कमिटियाॅ जिसमें हास्पिटल मैनेजमेंट कमिटी, आइसोलेशन कमिटी, सेनिटेशन कमिटी, क्वारंटाइन कमिटी, लाजिस्टिक कमिटी इत्यादि पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है। मरीजों के लिए तीनों टाइम पौष्टिक भोजन एवं अन्य जरूरी व्यवस्थायें कर दी गयी हैं। कोरोना कन्ट्रोल रूम वर्तमान में 24 घंटे कोरोना-19 अस्पताल के हर व्यवस्था का संचालन गहनता से कर रहा है। इसके अलावा विश्वविद्यालय ने हजारों हेल्थ केयर वर्कर की ट्रेनिंग कोविड-19 को ध्यान में रखकर करायी है एवं पब्लिक अवेयरनेंस कैंपेन भी रेगुलरली चलाये जा रहे हैं।
प्रतिकुलपति डा0 रमाकान्त यादव ने कहा कि आज डिसचार्ज हुए तीनों मरीजों ने चिकित्सा विश्वविद्यालय, सैफई के कुलपति प्रो0 डा0 राजकुमार तथा विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल के सभी हेल्थ वर्कर्स का तहेदिल से शुक्रिया किया है। इन तीनों कोरोना योद्धाओं ने यह भी कहा कि यहाॅ आने के बाद उनका जिस तरह से ख्याल रखा गया उसे वह और उनका पूरा परिवार जिन्दगी भर नहीं भूलेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राजकुमार को इस बात के लिए विशेष धन्यवाद दिया कि उनके द्वारा कोविड-19 मरीजों के लिए चलाये गये योगा तथा आयुर्वेदिक काढ़ा का उनके तथा उनके साथी मरीजों पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ा उनके हेल्थ में तेजी से सुधार हुआ और वह और उनका परिवार कोरोना की जंग में विजयी होकर निकले हैं।
विश्वविद्यालय ने संकायाध्यक्ष डा0 आलोक कुमार ने बताया कि हेल्थ केयर वर्कर्स को कोरोना वायरस की सामान्य जानकारी के अलावा उससे संक्रमण से सुरक्षा और रोकथाम, इलाज के दौरान उपयोग में आने वाले पीपीई किट्स एवं अन्य उपकरणों का इस्तेमाल करना, कोरोना वायरस के मामलों का प्रबन्धन, प्रयोगशाला जाॅच के लिए नमूने जुटाना और परीक्षण करना, आईसीयू में देखभाल आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में चिकित्सकों, नर्सिंग अधिकारी, पैरामेडिकल स्टाफ के अलावा अलग से हाउसकीपिंग स्टाफ को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। अभी तक विश्वविद्यालय ने लगभग 1750 हेल्थ केयर वर्कर्स को ट्रेनिंग दी है। इसके अलावा कोविड-19 मरीजों की सघन चिकित्सा के लिए नियमित तौर पर वेन्टिलेटर की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके अलावा नियमित रूप से विश्वविद्यालय में आने वाले नाॅन-कोविड मरीजों को भी इमर्जेंसी एवं ट्रामा सेन्टर के अलावा अस्पताल में अन्य जगहों पर स्लाइड के माध्यम से कोविड-19 में बरती जाने वाली सावधानी के अलावा कोविड-19 से बचाव के तरीके जैसे इम्यूनिटी बढ़ाने वाले भोजन के साथ योगा, मेडिटेशन इत्यादि से सम्बन्घित जानकारियाॅ स्लाइड के माध्यम से प्रदान कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है।

पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…