राज्यपाल ने कोरोना संक्रमण के बचाव एवं लाॅकडाउन प्रभावितों के सहायतार्थ कुलपतियों से की वीडियो कांफ्रेंसिंग…
लखनऊ 1 अप्रैल। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन में वीडियो कांफं्रेसिंग के माध्यम से कोरोना से बचाव एवं लाॅकडाउन से प्रभावित लोगों की सहायता हेतु सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से अपेक्षा की कि वे अपने यहां से सभी शिक्षकों एवं कार्मिकों का एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री पीड़ित सहायता कोष में स्वेच्छा से दान दें। उन्होंने कहा कि उनके यहां जो भी हास्टल या गेस्ट हाउस खाली पड़े हैं उन्हें जरूरत पड़ने पर क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए जिला प्रशासन को उपलब्ध करायें। इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जो भी छात्र हास्टल में इस समय रह रहे हैं, उनसे खाली न कराया जाये तथा इस दौरान उन्हें भोजन आदि के लिए खाद्य्य सामग्री भी विश्वविद्यालय प्रशासन उपलब्ध कराये।
राज्यपाल ने कुलपतियों को निर्देश दिये कि उनके यहां जो भी दैनिक कर्मचारी या संविदा कार्मिक कार्य कर रहे हैं, उनको उनका पूर्ण भुगतान नियमित रूप से किया जाय तथा किसी प्रकार की कटौती वेतन में न की जाय। वीडियों कांफं्रेसिंग के दौरान एस0जी0पी0जी0आई0, राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान एवं के0जी0एम0यू0 के कुलपति को निर्देश दिये कि कोरोना पीड़ितों के इलाज में लगे चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य कार्मिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें पर्याप्त मात्रा में सेनिटाइजर, मास्क एवं लिक्विड सोप आदि उपलब्ध करायें, जिससे उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कुलपतियों को यह भी निर्देश दिये कि एन0एस0एस0 एवं एन0सी0सी0 के छात्रों के माध्यम से अपने आसपास के गांव में बाहर से आये लोगों की सूची तैयार कराकर जिला प्रशासन को उपलब्ध करायें, जिससे उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके।
वीडियों कांफंे्रसिंग के दौरान राज्यपाल ने लखनऊ विश्वविद्यालय की नवीनीकृत (Revamped and refurbished) वेबसाइट का आनलाइन उद्घाटन किया। इस दौरान कुलपतियों ने अवगत कराया कि छात्रों को यू-ट्यूब, इ-कंटेंट एवं आनलाइन क्लासेज के माध्यम से छात्रों को शिक्षा प्रदान की जा रही है। वेबसाइट पर भी लेक्चर्स एवं इ-कंटेंट अपलोड किये जा रहे हैं, जिससे छात्र घर बैठे अध्ययन कर सकें।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव हेमन्त राव, विशेष कार्याधिकारी (शिक्षा) केयूर सम्पत के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,