राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पहुंचे ‘सदैव अटल’, पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि…

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पहुंचे ‘सदैव अटल’, पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि…

नई दिल्ली, 25 दिसंबर। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और राजनीति के शिखर पुरुष ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी की 99वीं जयंती पर आज उनके समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘सदैव अटल’ पहुंचकर दिवंगत नेता को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ‘सदैव अटल’ पहुंचकर भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर दिवंगत नेता वाजपेयी का पुण्य स्मरण किया। उन्होंने लिखा-‘पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा कोटि-कोटि नमन। वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा।’

अमित शाह ने भी दी श्रद्धांजलि
अमित शाह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उनका स्मरण कर उन्हें नमन करता हूं। अटल जी ने निःस्वार्थ भाव से देश व समाज की सेवा की और भाजपा की स्थापना के माध्यम से देश में राष्ट्रवादी राजनीति को नई दिशा दी।

जहां एक ओर उन्होंने परमाणु परीक्षण और कारगिल युद्ध में विश्व को उभरते भारत की शक्ति का एहसास करवाया, तो वहीं दूसरी ओर देश में सुशासन की परिकल्पना को चरितार्थ किया। उनके विराट योगदान को देश हमेशा याद रखेगा।

धर्मेंद्र प्रधान ने की पुष्पांजलि अर्पित
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी 99वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।

वहीं, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर और अन्य नेता ने पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी 99वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 1924 में आज ही के दिन जन्म हुआ था। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापकों में एक थे। वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। उनका पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिनों का था। इसके बाद, वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बनें और 13 महीने तक इस पद को संभाला। वर्ष 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता बने जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया। उनका 16 अगस्त 2018 को निधन हो गया था।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…