ढहने के कगार पर खड़ा है जर्जर हो चुका भीमापार का जच्चा-बच्चा केंद्र…
जान जोखिम में डालकर प्रसव कराने को विवश हैं महिलाएं…
मार्च मंगलवार 3-3-2020 भीमापार/उत्तर प्रदेश। सादात ब्लाक के भीमापार गांव में बना जच्चा बच्चा केंद्र इन दिनों पूरी तरह से जर्जर हो गया है। कभी भी ढहने के कगार पर खड़े भवन में मारे डर के कर्मचारी जाने से डरते हैं, फिर भी किसी तरह से उसमें काम काज कर रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि बारिश के मौसम में छत से सीधे पानी टपकता है, जिससे दवाएं भी खराब हो जाती हैं। विभाग की लापरवाही के चलते स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही उसमें आने वाली गर्भवती महिलाओं व उनके नवजात बच्चों के जान पर लगातार खतरा बना हुआ है। उक्त केंद्र आस पास के दर्जनों गांवों की गर्भवती महिलाओं का एकमात्र प्रमुख केंद्र है। कई गांवों के लोग यहां आते हैं। पूरे भवन के जर्जर होने के अलावा सफाई न होने से यहां गंदगी का भी भारी अंबार लगा हुआ है। गंदगी भरे माहौल में जन्म लेने वाले बच्चों में भी इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है। गौरतलब है कि उक्त केंद्र का निर्माण वर्ष 1980-81 के लगभग हुआ है। अपने अंतिम कगार पर पहुंच चुका ये केंद्र लोगों के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। इस बाबत केंद्र पर तैनात एएनएम आशा यादव ने बताया कि केंद्र के जर्जर होने की लिखित शिकायत अधिकारियों को दी जा चुकी है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. आरपी यादव ने बताया कि मरम्मत के लिए इस्टीमेट बनाकर सीएमओ के यहाँ भेज दी गयी है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…