!!.बुंदेलखंड में छतरपुर खनिज अधिकारी अमित मिश्रा एवं रेत माफियाओं का गठजोड़…
खनिजों की लूट में विधायकों का हिस्सा, सेटिंग के आगे बोना हुआ खनिज एवं पुलिस प्रशासन…
बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में खनिज अधिकारी अमित मिश्रा एवं रेत माफियाओं का गठजोड़ की शिकायतों से शासन हलाकान है l रेत माफियाओं को संरक्षण देकर खनिजों की लूट में विधायकों का हिस्सा है l रेत माफियों के आगे पुलिस प्रशासन और खनिज विभाग बौना साबित हो रहा है, जिसके चलते पूरे जिले में धड़ल्ले से रेत का अवैध कारोबार चल रहा है। रेत के इस कारोबार में विधायकों की सहभागिता भी है। जिसके चलते पुलिस विभाग और खनिज विभाग के अधिकारी इन रेत माफियों के खिलाफ कार्यवाही करने से डरते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के विधायकों को 15 साल बाद सत्ता का सुख मिला है और मप्र की सरकार भी कभी भी गिर सकती है। जिसके चलते कांग्रेस के विधायक लूट करने में लगे हुए हैं और उन्होंने अपने अपने क्षेत्र में रेत माफियों को रेत का अवैध उत्खनन एवं अवैध परिवहन करने की खुली छूट दे रखी है। यदि पुलिस और खनिज विभाग के अधिकारी इन पर कार्यवाही करना भी चाहते हैं तो क्षेत्रियों विधायक का फोन आ जाता है। जिले के आला अधिकारी इन विधायकों के दबाव में काम कर रहे हैं ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है रेत माफिया धड़ल्ले से रेत का अवैध परिवहन कर सरकार को लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं। लवकुशनगर तहसील के अंतर्गत रेत का अवैध कारोबार नेताओं के संरक्षण में फलफूल रहा है। प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में ट्रकों को ओवरलोड कर बिना टीपी एवं बिना पिटपास के निकाला जा रहा है। पूरे क्षेत्र में प्रशासन की अच्छी खासी किरकिरी हो रही है। रेत माफियों का कहना है कि इस कारोबार में ऊपर से लेकर नीचे तक के लोगों को प्रतिमाह मोटी रकम भेजी हा रही है। इनकी औकात नहीं है कि हम लोगों के खिलाफ यह कार्यवाही कर सकें। हम रेत का व्यापार पूरे प्रशासन और नेताओं से मिलकर कर रहे हैं। सवाल यह उठता है कि जिले में खनिज विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से पूरे जिले में रेत का अवैध कारोबार किया जा है, छतरपुर जिले में रेत का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है l
पंकज पाराशर की रिपोर्ट…