महातिर मोहम्मद जगह अब कौन होंगे मलेशिया के नए प्रधानमंत्री ? एलान के मुताबिक क्या मोहिद्दीन यासीन 1 मार्च को लेंगे शपथ…
मार्च सोमवार 2-3-2020 मलेशिया नरेश अब्दुल्लाह पाहांग ने महातीर मोहम्मद के स्थान पर देश के लिए नए प्रधानमंत्री के तौर पर मोहिद्दीन यासीन को नियुक्त करने का फ़ैसला लिया है।
मलेशिया के नरेश ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि संसद में उन्हें बहुमत मिल सकता है। मोहिद्दीन 1 मार्च को पद की शपथ लेंगे।
मलेशिया की सरकारी समाचार एजेंसी बर्नामा की रिपोर्ट के मुताबिक़, मलेशिया नरेश अब्दुल्लाह पाहांग ने शनिवार को इस देश के त्यागपत्र दे चुके प्रधानमंत्री महातीर मोहम्मद के कार्यकाल में गृह मंत्री रहे मोहिद्दीन यासीन को मलेशिया के नए प्रधानमंत्र के तौर पर नियुक्त किया है।
मलेशिया के कार्वाहक प्रधानमंत्री महातीर मोहम्मद और सांसदों से मुलाक़ाक के बाद मलेशिया नरेश ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि देश की संसद में मोहिद्दीन यासीन बहुमत प्राप्त कर लेंगे।
इससे पहले गुरुवार को मलेशिया के कार्यवाहक प्रधानमंत्री महातीर मोहम्मद ने मलेशिया नरेश अब्दुल्लाह पाहांग से मुलाक़ात के बाद यह जानकारी दी थी कि देश के अगले प्रधानमंत्री का चुनाव संसद करेगी।
मलेशिया नरेश ने संसद के निचले सदन के सभी 222 सदस्यों से मुलाक़ात करने के बाद 94 वर्षीय महातीर मोहम्मद को गुरुवार को अपने महल बुलाया था।
इसके बाद महातीर मोहम्मद ने कहा था, ‘नरेश को कोई ऐसा उम्मीदवार नहीं मिल सका, जिसके पास संसद में बहुमत हो।
इसलिए उन्होंने देश के नए नेता के चयन के लिए संसद में सोमवार को मतदान कराने का फ़ैसला लिया है।’
उल्लेखनीय है कि, सत्तारूढ़ गठबंधन में मतभेद के कारण महातीर मोहम्मद ने बीते सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।
पूर्व गृह मंत्री मोहिद्दीन यासीन के प्रधानमंत्री चुने जाने की जानकारी राजमहल के अधिकारियों ने दी है।
अधिकारियों के अनुसार, यासीन रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफ़े के बाद महातीर मोहम्मद ने कहा कि मेरे पास प्रधानमंत्री पद के लिए पर्याप्त समर्थन है।
इस बीच मलेशिया के नरेश ने महातीर मोहम्मद की सत्ता में वापसी की संभावना को ख़त्म कर दिया और नए प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा कर दी।
ज्ञात रहे कि वर्ष 2018 में 92 साल के महातीर मोहम्मद ने बारिसन नेशनल (बीएन) गठबंधन को चुनावों में करारी शिकस्त दी थी और मलेशिया के नए प्रधानमंत्री बने थे।
उन्होंने देश में हुए आम चुनावों में ऐतिहासिक जीत हासिल कर 15 वर्षों बाद सत्ता में वापसी की थी।