मानव तस्करीः गरीब परिवारों की बालिकाओं को फंसाते थे चंगुल में…
हाइवे किनारे चल हरे ढाबों पर चल रहे काले धंधे से उठा पर्दा
ह्यूमैन ट्रैफिकिंग के पूरे नेक्सस पर काम कर रही पुलिस
मथुरा, । ह्यूमैन ट्रैफिकिंग के काले खेल से पर्दा हटने के बाद मथुरा पुलिस सक्रिय हुई है। पांच अपराधियों को शुक्रवार को जेल भेजा गया। तीन की अभी तलाश जारी है। अपराधियों के चंगुल से झारखंड की तीन किशोरियों और दिल्ली की एक युवती को मुक्त कराया गया है। एक नाबालिग पीडिता की तलाश में चलाये गये अभियान के क्रम में बालिकाओं को बंधक बनाकर दुष्कर्म कर वेश्यावृत्ति कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते पंजाबी ढाबा एनएच 19 छाता से कोसीकलां से गिरोह के एक सदस्य विजय पुत्र छीतर जोगी निवासी खरौंट थाना कोसीकलां जिला मथुरा को किया गिरफ्तार किया है। दीपक उर्फ पिंकू चौधरी उर्फ मोटा पुत्र नामालूम निवासी कटिहार जिला कटिहार बिहार, दुर्गा बाबू पुत्र रामचन्द्र शाह गांव ब्रम्हपुरा घोघाडीह थाना फुलपराश जिला मधुबनी बिहार तथा महेश ठाकुर पुत्र जग्गो निवासी गोरखधाम कॉलोनी कस्बा व थाना कोसीकलां जनपद मथुरा की पुलिस को तलाश है। क्षेत्राधिकारी छाता के मुताबिक छाता क्षेत्र से गौरव कुमार त्रिपाठी के मुताबिक सतवीर पुत्र बुद्धी निवासी बरसाना रोड कस्बा व थाना छाता, कमल पुत्र फतेहराम निवासी कोटवन थाना कोसीकलां, दुर्गा बाबू पुत्र रामचंद्र शाह निवासी गांव ब्रम्हपुरा घोघाडीह थाना फुलपराश जिला मधुबनी बिहार तथा धर्मेन्द्र पुत्र कुन्दन निवासी करमन थाना होडल जिला पलवल हरियाणा को गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी शैलेश पांडये ने कहा है कि इस पूरे नेक्सस पर पुलिस टीम काम कर रही है। जो भी इस गैंग में पाए जाएंगे उनके खिलाफ कडी से कडी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। एक एनजीओ से प्राप्त सूचना पर थाना कोसी और थाना छाता की पुलिस ने सराहनीय कार्य किया है। ह्यूमैन ट्रैफिकिंग (मानव तस्करी) फंसी हुईं दो बालिकाओं को जो कि झारखंड और पश्चिम बंगाल की रहने वाली थीं। उनको मुक्त कराया साथ ही साथ कुल पांच अभियुक्त गिरफ्तार किये गये। जिनमें से दो अभियुक्त होडल के दो जनपद मथुरा के और मुख्य आरोपी बिहार का रहने वाला है, जिसे गिरफ्तार किया गया है। अभी इसमें कुछ लोग वांछित चल रहे हैं, जल्द ही इनकी गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की जाएगी। इस पूरे मामले में अभियोग पंजीकृत किया गया है। जो षुरू आती पूछताछ में अभियुक्तों से पता चला है कि ये झारखंड, उडीसा, पंष्चिम बंगाल आदि जगहों से गरीब घर की लडकियों को काम दिलाने के नाम पर उनके अभिभावकों को झांसा देकर, वहां से बालिकाओं को दिल्ली एनसीआर के इलाके में ले आते हैं और उनसे इस तरह के गलत कृत्य भी कराने का काम किया जाता है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…