अजंता-एलोरा गुफाओं में पर्यटकों के लिए पाश्चात्य शैली के शौचालयों और छायादार बेंचों की मांग…

अजंता-एलोरा गुफाओं में पर्यटकों के लिए पाश्चात्य शैली के शौचालयों और छायादार बेंचों की मांग…

छत्रपति संभाजीनगर, 12 अक्टूबर। भारतीय टूर ऑपरेटर एसोसिएशन (आईएटीओ) ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित विश्व प्रख्यात अजंता और एलोरा की गुफाओं में पर्यटकों के लिए पाश्चात्य शैली के शौचालयों, छायादार बेंच व अन्य सुविधाओं की मांग की है।

आईएटीओ के अध्यक्ष राजीव मेहरा ने कहा कि अजंता परिसर की प्रत्येक गुफा को देखने के लिए 40 आगंतुकों के एक समूह को 15 मिनट दिए जाते हैं। इसे सख्ती से लागू किया जाना चाहिए और एलोरा गुफाओं में आने वाले पर्यटकों के लिए भी ऐसा ही नियम बनाया जाना चाहिए।

आईएटीओ में पर्यटन उद्योग के 1600 से ज्यादा सदस्य शामिल हैं और हाल ही में यहां इसका वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था।

महाराष्ट्र सरकार, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संबंधित अधिकारियों और छत्रपति संभाजीनगर के जिलाधिकारी को बुधवार को लिखे एक पत्र में मेहरा ने कहा कि अजंता गुफा परिसर में सिर्फ एक शौचालय है।

उन्होंने गुफा में विदेशियों के लिए अनुकूल पाश्चात्य शैली के शौचालयों की मांग की। उन्होंने कहा कि अजंता व्यू प्वाइंट पर मौजूद शौचालय सुविधा केंद्र भी उपयोग में नहीं है।

आईएटीओ ने गुफाओं के बाहर छायादार बेंचों और अजंता गुफाओं में आने वाले पर्यटकों के लिए चाय, कॉफी और स्नैक्स की सुविधा प्रदान करने के लिए एक अधिकृत वेंडर की जरूरत पर भी जोर दिया।

आईएटीओ ने कहा कि अजंता गुफा परिसर में प्रवेश से पहले एक पर्यटक को चार टिकटें खरीदनी पड़ती हैं, जिसमें बहुत समय लगता है। सभी टिकट‍ों को मिलाकर पर्यटक को सिर्फ एक टिकट (पार्किंग शुल्क को छोड़कर) दी जानी चाहिए।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…