ताइवान के लिए पहली बार संप्रभु राज्य वित्त कार्यक्रम के अंतर्गत अमेरिकी रक्षा सहायता…

ताइवान के लिए पहली बार संप्रभु राज्य वित्त कार्यक्रम के अंतर्गत अमेरिकी रक्षा सहायता…

वाशिंगटन, 31 अगस्त । अमेरिकी हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के अध्यक्ष माइकल मैककॉल ने ताइवान के लिए विदेशी सैन्य वित्तपोषण (एफएमएफ) के माध्यम से पहली बार सहायता की घोषणा करने के लिए बिडेन प्रशासन की सराहना की। एफएमएफ कार्यक्रम आमतौर पर संप्रभु राज्यों या अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए आरक्षित है।

मैककॉल ने बुधवार को एक बयान में कहा, “मुझे खुशी है कि अमेरिकी प्रशासन ताइवान को एफएमएफ प्रदान करके हमारे द्विदलीय ताइवान एन्हांस्ड रेजिलिएंस एक्ट लागू कर रहा है। ये हथियार न केवल ताइवान की मदद करेंगे और क्षेत्रीय लोकतंत्रों की रक्षा करेंगे बल्कि अमेरिकी निवारक मुद्रा को भी मजबूत करेंगे।” मैककॉल ने यह भी कहा कि यह कदम चीन के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा। अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी के अनुसार, एफएमएफ रक्षा वस्तुओं एवं सेवाओं की खरीददारी के लिए पात्र भागीदार देशों को दिया जाता है।

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अफ्रीकी संघ ही एकमात्र अन्य गैर-राष्ट्र राज्य है जो एफएमएफ के माध्यम से सैन्य सहायता प्राप्त करता है। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि यह कदम ताइवान के संबंध में अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं लाता है। रिपोर्ट के अनुसार, विदेश विभाग ने बुधवार को कांग्रेस को इस बिक्री से अवगत करा दिया है, हालांकि शुरुआती बिक्री केवल आठ करोड़ डॉलर की अनिर्दिष्ट आपूर्ति है, लेकिन इस कदम से चीन का क्रोधित होना स्वभाविक है।

ताइवान 1949 से ही चीन द्वारा स्वतंत्र रूप से शासित हो रहा है। बीजिंग इसे अपना प्रांत मानता है, जबकि ताइवान खुद को एक स्वायत्त इकाई मानता है, लेकिन स्वतंत्रता की घोषणा करने से बचता है। बीजिंग ताइपे के साथ किसी भी आधिकारिक विदेशी संपर्क का विरोध करता है और द्वीप पर चीनी संप्रभुता को निर्विवाद मानता है। हालांकि, अमेरिकी बिडेन प्रशासन ने भी बार-बार कहा है कि वह ताइवान को स्वतंत्र नहीं मानता है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…