नौसेना प्रमुख वियतनाम यात्रा पर, सौंपेंगे उपहार में दिया गया युद्धपोत ‘कृपाण…

नौसेना प्रमुख वियतनाम यात्रा पर, सौंपेंगे उपहार में दिया गया युद्धपोत ‘कृपाण…

द्विपक्षीय बातचीत के लिए हाई फोंग स्थित नेवी मुख्यालय का भी दौरा करेंगे…

सीएनएस की यात्रा भारत की ‘आसियान केंद्रीयता’ की मान्यता का प्रतीक…

नई दिल्ली, 22 जुलाई । नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार इस समय वियतनाम की आधिकारिक यात्रा पर हैं। वह भारत की ओर से उपहार में दी गई स्वदेश निर्मित मिसाइल कार्वेट आईएनएस कृपाण वियतनाम पीपुल्स नेवी को सौंपेंगे। एडमिरल कुमार वियतनाम पीपुल्स नेवी के सीआईएनसी के वाइस एडमिरल ट्रान थान नघिएम के साथ द्विपक्षीय बातचीत के लिए हाई फोंग स्थित नेवी मुख्यालय का भी दौरा करेंगे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 19 जून को भारत यात्रा पर आये वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जनरल फान वान गैंग के साथ द्विपक्षीय बातचीत के बाद मिसाइल कार्वेट को उपहार में देने का ऐलान किया था। यह मध्यम और करीबी दूरी की बंदूकें, लांचर और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों से सुसज्जित है। यह सतह पर युद्ध, तटीय और अपतटीय गश्त, तटीय सुरक्षा, समुद्री डकैती रोधी और विभिन्न प्रकार की भूमिकाएं निभाने में सक्षम है। स्वदेश निर्मित खुखरी श्रेणी की मिसाइल कार्वेट आईएनएस कृपाण 12 जनवरी, 1991 को भारतीय नौसेना में शामिल हुई थी और देश को 32 साल तक शानदार सेवाएं दी।

वियतनाम को उपहार में दी गई स्वदेश निर्मित मिसाइल कार्वेट आईएनएस कृपाण 28 जून को नौसेना डॉकयार्ड विशाखापट्टनम से वियतनाम के लिए भारतीय तिरंगे के नीचे अपनी अंतिम यात्रा पर रवाना हुई। भेजने से पहले मिसाइल कार्वेट से भारतीय नौसेना का ध्वज उतारा गया। पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल संजय वात्सायन के नेतृत्व में अधिकारियों और कर्मियों ने एक औपचारिक समारोह में जहाज को विदाई दी गई थी। अब यह मिसाइल कार्वेट 08 जुलाई को वियतनाम के कैम रान्ह पहुंच गई है, जिसे वियतनाम पीपुल्स नेवी (वीपीएन) को सौंपने के लिए कैम रैन में आयोजित समारोह की अध्यक्षता नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार करेंगे।

वियतनाम पीपुल्स नेवी को स्वदेशी रूप से निर्मित इन-सर्विस मिसाइल कार्वेट आईएनएस कृपाण उपहार में देना समान विचारधारा वाले भागीदारों की सहायता करने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यह भारत सरकार की ‘एक्ट ईस्ट’ और ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (एसएजीएआर)’ की नीतियों के अनुरूप है। यह भारत की ओर से किसी भी मित्रवत विदेशी देश को पूरी तरह से परिचालन कार्वेट उपहार में देने का पहला अवसर है। वियतनाम को उपहार में दिया गया युद्धपोत आईएनएस कृपाण मिसाइल जलपोत के खुखरी वर्ग का तीसरा जहाज है और इसका निर्माण गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने किया था।

एडमिरल आर हरि कुमार वियतनाम पीपुल्स नेवी के सीआईएनसी के वाइस एडमिरल ट्रान थान नघिएम के साथ द्विपक्षीय बातचीत के लिए हाई फोंग स्थित वियतनाम पीपुल्स नेवी के मुख्यालय का भी दौरा करेंगे और वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री से मुलाकात करेंगे।सीएनएस की यात्रा भारत और वियतनाम की नौसेनाओं के बीच उच्च स्तर की द्विपक्षीय रक्षा प्रतिबद्धताओं के साथ-साथ इस क्षेत्र के लिए भारत की ‘आसियान केंद्रीयता’ की मान्यता का प्रतीक है। आईएनएस कृपाण का वियतनाम में स्थानांतरण भारत के ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करता है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…