शिमला जिला के रामपुर में हाइवे धंसा, गुजर रहे कार सवार चार लोग सतलुज नदी में समा गए…
शिमला, 12 जुलाई । हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा से भूस्खलन और सड़कें ध्वस्त होने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। वर्षा जनित हादसों में जानमाल की क्षति हो रही है। शिमला जिला के रामपुर उपमंडल में मंगलवार रात नोगली में एनएच-पांच धंसने से ऑल्टो कार (एचपी 06-0469) उफनती सतलुज नदी में जा गिरी।
नदी के तेज बहाव में समाई कार का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। इस कार में एक परिवार के चार सदस्य हैं। इसकी पुष्टि रामपुर की डीएसपी शिवानी मेहला ने की है।
पुलिस के अनुसार सतलुज नदी उफान पर है। न तो कार दिखाई दे रही और न ही उसमें सवार लोग। यह लोग ननखड़ी तहसील के लाहडु गांव के रहने वाले थे। इनमें राजीव (33) पुत्र लायक राम, मेहर सिंह (30) पुत्र ईश्वरदास, शीतला देवी (32) पत्नी मेहर सिंह और सुंदला देवी (56) पत्नी लायक राम शामिल हैं। सुंदला देवी की तबीयत बिगड़ने पर परिवार के लोग उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल खनेरी लेकर जा रहे थे। इस बीच सभी हादसे का शिकार हो गए।
डीएसपी शिवानी मेहला के मुताबिक राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के साथ पुलिस मौके पर है। सतलुज का जलस्तर अधिक होने से बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है। हिमाचल प्रदेश में मानसून ने 24 जून को प्रदेश में दस्तक दी थी। राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक मानसून सीजन के 18 दिनों में प्रदेश भर में वर्षाजनित हादसों में 80 लोगों की मौत हो चुकी है। 92 लोग घायल हुए हैं और 12 लोग अभी लापता हैं। भूस्खलन, बाढ़ व बादल फटने की घटनाओं में 26 लोग मारे गए हैं। सड़क दुर्घटनाओं समेत अन्य वर्षा जनित हादसों में 70 लोगों की मौत हुई।
शिमला में सबसे ज्यादा 17 लोगों की मौत हुई। कुल्लू में 16, चम्बा में सात, हमीरपुर में चार, सिरमौर में तीन, बिलासपुर, किन्नौर, मंडी और सोलन में दो-दो और ऊना जिला में एक मौत हुई है। इसके अलावा सड़क हादसों में 24 लोगों की जान गई है। इनमें शिमला व कुल्लू में छह-छह, सोलन में चार व चम्बा में तीन लोगों की मौत हुई। इसके अलावा 471 पशु आपदा की चपेट में आकर मारे गए हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…