दूसरों के साथ-साथ अपना भविष्य करें इंश्योर…

दूसरों के साथ-साथ अपना भविष्य करें इंश्योर…

बीमा बीमाकर्ता व बीमित व्यक्ति के बीच एक सहमति है, जहां बीमित व्यक्ति प्रीमियम के रूप में एक निश्चित मासिक अथवा वार्षिक धनराशि बीमाकर्ता के पास जमा कराता है। इसके बदले में बीमाकर्ता बीमित व्यक्ति को किसी दुर्घटना की स्थिति में प्रीमियम से अधिक राशि अदा करता है। आज लगभग हर परिस्थिति से निपटने के लिए बीमा कंपनियों के पास पॉलिसी हैं। जीवन बीमा, यात्रा बीमा, वाहन बीमा, स्वास्थ्य बीमा तथा गृह बीमा इनमें सबसे ज्यादा प्रचलित हैं। सरकारी कंपनियों के अलावा कई निजी कंपनियां भी इस क्षेत्र में कार्यरत हैं।

विद्यार्थी स्नातक के उपरांत इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। हालांकि कुछ विद्यार्थी बारहवीं के बाद से ही बीमा क्षेत्र से जुड़ जाना पसंद करते हैं। आजकल कई कंपनियां स्नातक विद्यार्थियों को पार्ट-टाईम जॉब का ऑफर भी देती हैं। फिर भी विषय का पूरा ज्ञान लेने के लिए कॉलेज के पश्चात बीमा प्रबंधन में मास्टर्स डिग्री लेना श्रेयस्कर रहता है।

बीमा में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में ये विषय होते हैं

-जीवन बीमा और सामान्य बीमा के सिद्धांत एवं प्रयोग

-जीवन बीमा तथा गैर-जीवन बीमा क्षेत्र

-बीमा कानून

-लाईफ इंश्योरेंस अंडरराइटिंग और जोखिम प्रबंधन

-बीमा देयता तथा जीवन बीमा क्लेम

-री-इंश्योरेंस तथा लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट।

इस पढ़ाई का प्रमुख उद्देश्य बीमा क्षेत्र के विभिन्ना पहलुओं से विद्यार्थी का परिचय कराना है।

क्या यह मेरे लिए सही करियर है?

यदि आपमें सेलिंग स्किल तथा पीपल स्किल हैं और आप लोगों की परेशानियों को समझते, तो बीमा क्षेत्र आपके लिए उत्तम है। मगर यदि आप इसे पैसे कमाने का जरिया भर मानते हैं, तो इसे करियर के रूप में न चुनें। यदि आपने अपने विद्यार्थी जीवन के दौरान स्कूल में या उसके बाद कभी भी यह महसूस किया है कि आपके पास अच्छी पीपल व सेलिंग स्किल्स हैं, तो इंश्योरेंस विषय आपके लिए उचित रहेगा।

आप किसी प्रसिद्ध इंश्योरेंस कंपनी के इंश्योरेंस एजेंट या सेल्स एग्जीक्यूटिव- इंश्योरेंस के रूप में करियर शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको इरडा (भारतीय बीमा नियामक प्राधिकरण) द्वारा संचालित एजेंट परीक्षा पास करनी होगी। कुछ वर्ष इस तरह काम करने के बाद आप इंश्योरेंस मैनेजर भी बन सकते हैं। बीमा को करियर बनाने के लिए दो प्रकार के कौशल की आवश्यकता होती हैः पहला, लोगों को आसानी से मित्र बनाना और दूसरा, उनकी परेशानी को सही ढंग से पहचानकर उन्हें बीमा के महत्व को समझाना। आप उन्हें समझा सकते हैं कि भविष्य में होने वाली किसी दुर्घटना से बीमा कैसे सुरक्षा प्रदान करता है।

रोजगार के अवसर

इंश्योरेंस प्रोफेशनल्स के लिए रोजगार की संभावनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रहीं हैं। आप एक बीमा अभिकर्त्ता (इंश्योरेंस एजेंट) के रूप में करियर शुरू कर सकते हैं, जहां आपको लोगों को बीमा पॉलिसी बेचनी होती है। इसके लिए आपको निश्चित टार्गेट दिया जाता है, जिसे आपको प्रीमियम के रूप में कंपनी के लिए कमाकर पूरा करना होता है। इसके बदले में आपको कमीशन दिया जाता है।

इसके अलावा सेल्स मैनेजर- इंश्योरेंस का पद भी महत्वपूर्ण होता है, जहां आपको बीमा अभिकर्त्ताओं की एक टीम को संभालना होता है। आप इंश्योरेंस अंडरराईटर के रूप में भी अपने करियर की शुरूआत कर सकते हैं।

मांग एवं आपूर्ति
आज भी दुनिया की आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा है, जिसने किसी तरह का कोई बीमा नहीं कराया है। अतः बीमा अभिकर्त्ताओं की आपूर्ति की तुलना में मांग बहुत ज्यादा है। आज इस क्षेत्र को लगनशील व व्यापारिक दृष्टि रखने वाले लोगों की आवश्यकता है। चूंकि अक्सर कहा जाता है कि बीमा आग्रह का विषय है, अतः सही पॉलिसी व एक साफ-सुथरे तंत्र के द्वारा अच्छी आय प्राप्त की जा सकती है।

जॉब पाने के लिए सुझाव
आप बीमा में स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री लेने के पश्चात इन सुझावों की सहायता से नौकरी पा सकते हैं:

-अच्छी कंपनियों की वेबसाइट को नियमित तौर पर चेक करना तथा जॉब ओपनिंग पर उसके लिए एप्लाई करना।

-अपने मित्रों व पहचान वालों का दायरा बढ़ाना, जिन्हें आप भविष्य में अपनी इंश्योरेंस डील में उपयोग में ला सकें।

-व्यापारिक तौर-तरीके, संवाद एवं सेलिंग स्किल बढ़ाने के लिए किताब पढ़ें।

-वैश्विक बीमा परिदृश्य एवं उन नई रणनीतियों पर नजर रखें, जो अभी देश में नहीं लॉन्च की गई हैं।

-बीमा से जुड़े कानूनों व नियमों तथा उनमें होने वाले संशोधनों के बारे में जानकारी रखें।

-बड़ी फाइनेंस कंपनियों एवं स्टॉक मार्केट में उनकी स्थिति पर नजर रखें ताकि आप अपनी सौदेबाजी व सेलिंग को प्लान कर सकें।

सकारात्मक पहलू

-बीमा उद्योग विकास के पथ पर अग्रसर है। अच्छी स्किल्स रखने वाले लोगों के लिए यहां दिन-प्रतिदिन संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं।

-अगले कुछ वर्षों में बीमा क्षेत्र नई ऊंचाइयों को छुएगा, जिसका फायदा अंततः इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले विद्यार्थियों को पहुंचेगा।

-कई अच्छे संस्थान इस क्षेत्र में कार्यरत हैं, जैसे पुणे का एनआईए, जो बीमा क्षेत्र में उत्कृष्ट पाठ्यक्रम संचालित करता है। इसके अतिरिक्त बिरला इंस्टीटयूट एवं आईसीएफएआई जैसे संस्थान इस विषय में रेगुलर व दूरस्थ शिक्षा दोनों माध्यम से कोर्स संचालित करते हैं।

नकारात्मक पहलू
विद्यार्थियों या इंश्योरेंस प्रोफेशनल्स में लोगों को पॉलिसी के बारे में समझाने तथा उन्हें वह खरीदने के लिए मनाने की उच्च क्षमता होनी चाहिए, जो कि कभी-कभी लोगों द्वारा नापसंद की जा सकती है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…