जो बाइडेन ने कहा- वैगनर विद्रोही ‘रूसी प्रणाली के भीतर संघर्ष’ का हिस्सा, अमेरिका या नाटो का कोई लेना-देना नहीं…

जो बाइडेन ने कहा- वैगनर विद्रोही ‘रूसी प्रणाली के भीतर संघर्ष’ का हिस्सा, अमेरिका या नाटो का कोई लेना-देना नहीं…

वाशिंगटन, 27 जून। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को घोषणा की कि रूस में निजी सैन्य समूह ‘वैगनर’ की बगावत में अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की कोई भूमिका नहीं थी। बाइडेन ने इसे ‘रूसी प्रणाली के भीतर संघर्ष’ करार दिया है। रूस के आक्रमण के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन का समर्थन करने वाले बाइडन और अमेरिकी सहयोगियों ने ‘वैगनर’ के सैनिकों के हैरान करने वाले विद्रोह से दूर रहने का संकेत दिया है, जिसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सत्ता में दो दशक से अधिक के कार्यकाल में सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा है।

हालांकि, बाइडेन को इस बात को लेकर चिंता है कि पुतिन अपने बचाव में रूसियों को एकजुट करने के लिए इस घटनाक्रम में पश्चिमी संलिप्तता का आरोप लगा सकते हैं। बाइडेन और उनके प्रशासन के अधिकारियों ने हालांकि इस बात पर तत्काल कोई टिप्पणी करने से से इनकार कर दिया कि ‘वैगनर’ समूह के प्रमुख येवगेनी प्रीगोझिन के नेतृत्व में किए गए 22 घंटे के विद्रोह का यूक्रेन में रूस के युद्ध और स्वयं रूस पर क्या असर होगा। बाइडेन ने कहा, ‘‘हम इस सप्ताहांत की घटनाओं और रूस तथा यूक्रेन पर इसके असर का आकलन करते रहेंगे। हालांकि, इसके बारे में किसी निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचना अभी जल्दबाजी होगी।’’ पुतिन ने विद्रोह के बाद अपने पहले सार्वजनिक बयान में इसके लिए ‘‘रूस के दुश्मनों’’ को दोषी ठहराया था और कहा था कि उन्होंने ‘‘गलत आकलन’’ किया।

हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया था कि उनका अभिप्राय किससे है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि रूस में विवादों भरे सप्ताहांत को लेकर अमेरिकी राजनयिक मॉस्को (रूस की राजधानी) में अपने समकक्षों के साथ संपर्क में हैं, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि अमेरिकी सरकार इस मामले को रूस का एक आंतरिक मामला मानती है, जिसमें अमेरिका केवल एक दर्शक मात्र है। मिलर ने कहा कि अमेरिकी राजनयिकों ने इस बात पर भी जोर दिया कि उन्हें उम्मीद है कि रूस अपने यहां अमेरिकी दूतावास और वहां हिरासत में लिए गए अमेरिकियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

बाइडेन ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों को बताया कि सप्ताहांत में उन्होंने और अमेरिका के सहयोगी देशों के नेताओं ने ‘वीडियो कॉल’ पर बात की और सभी ने पुतिन को पश्चिम पर इसका आरोप लगाने का कोई बहाना नहीं देने का दृढ़ निश्चय किया। बाइडेन ने कहा, ‘‘हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि हम इसमें शामिल नहीं थे। हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है। यह रूस के आंतरिक संघर्ष का हिस्सा है।’’ रूस में अमेरिका के पूर्व राजदूत माइकल मैकफॉल ने कहा कि अमेरिका और नाटो देश ‘‘नहीं चाहते कि पुतिन को अस्थिर करने की कोशिश का आरोप उन पर लगे।’’ गौरतलब है कि ‘वैगनर ग्रुप’ ने गत सप्ताहांत अपने लड़ाकों को मॉस्को की तरफ कूच करने का आदेश दिया था। हालांकि, प्रीगोझिन ने अचानक रूस के साथ समझौता कर पीछे हटने और बेलारूस जाने की घोषणा कर दी थी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…