अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत के साथ मजबूत, बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों की सराहना की…
चेन्नई, 16 जून । भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत और बढ़ते संबंधों की प्रशंसा की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देश की आगामी यात्रा को ”दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग का प्रमुख उदाहरण” बताया।
उन्होंने अमेरिकी स्वतंत्रता के 247 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बृहस्पतिवार शाम को यहां आयोजित एक कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यह टिप्पणी की।
यहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कार्यक्रम में हिंद-प्रशांत, लैंगिक समानता, नवोन्मेष, अंतरिक्ष और जलवायु परिवर्तन समेत भारत-अमेरिका सहयोग के क्षेत्रों को रेखांकित किया गया तथा दोनों देशों के बीच मजबूत जन-से-जन संबंध एवं संस्थागत साझेदारी को स्वीकार किया गया।
राजदूत गार्सेटी ने अमेरिका और भारत विशेषकर दक्षिण भारत के बीच मजबूत एवं बढ़ती साझेदारी की सराहना की।
विज्ञप्ति में गार्सेटी के हवाले से कहा गया, ”अमेरिका और भारत के बीच कई क्षेत्रों में संबंध प्रगाढ़ हुए हैं और इस साझेदारी में दक्षिण भारत की अहम भूमिका रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की आगामी यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग का एक प्रमुख उदाहरण है। अमेरिका-भारत साझेदारी हमारे सबसे अहम संबंध में से एक है।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा लक्ष्यों पर भारत के साथ काम करते रहने को लेकर आशान्वित है। उन्होंने कहा, ”शांति, समृद्धि, इस धरती और यहां के लोगों से जुड़े अहम मुद्दों पर अपने सहयोग को गहरा करने के लिए हम भारत के साथ काम करते रहेंगे।”
तमिलनाडु के उद्योग मंत्री टी . आर. बी. राजा ने कहा कि दक्षिणी राज्य के अमेरिका के साथ गहरे संबंध हैं।
उन्होंने कहा, ”तमिलनाडु अमेरिका की तरह ही स्वतंत्रता, विविधता और समानता को महत्व देता है और हम इन मूल्यों की भावना में सतत औद्योगिक विकास पर सहयोग के जरिए अपने संबंधों को और गहरा करना चाहते हैं।”
चार जुलाई, 1776 को अमेरिका की स्वतंत्रता की घोषणा को स्वीकृत किया गया था और तब से चार जुलाई को अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले अतिथियों में चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूत जुडिथ रेविन भी शामिल थे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…