अक्षर ने कहा, आईपीएल के दौरान ड्यूक गेंद से अभ्यास की आदत…
पोर्ट्समाउथ, 01 जून । भारतीय ऑलराउंडर अक्षर पटेल का मानना है कि टी20 प्रारूप में खेलकर सबसे लंबे प्रारूप में अनुरूप ढलना मुश्किल है लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान लाल गेंद से अभ्यास करने से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में सामंजस्य बैठाने में मदद मिलेगी।
भारतीय टीम के अधिकतर खिलाड़ी दो महीने से अधिक समय तक आईपीएल में टी20 क्रिकेट खेलने के बाद डब्ल्यूटीसी फाइनल में उतरेंगे। इसके अलावा भारत में जहां टेस्ट क्रिकेट में एसजी गेंदों का उपयोग होता है तो वहीं डब्ल्यूटीसी फाइनल में ड्यूक गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा।
भारत हालांकि दोहरी चुनौतियों के लिए अच्छी तरह से तैयार है। इंग्लैंड में इस्तेमाल होने वाली ड्यूक गेंदों से सामंजस्य बैठाने पर भारतीय टीम ने काम किया है।
अक्षर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से कहा, ”हम इसके बारे में आईपीएल शुरू होने से पहले ही जानते थे इसलिए आईपीएल के दौरान भी चर्चा होती थी कि हम लाल गेंद से गेंदबाजी करेंगे।”
उन्होंने कहा, ”हमारे पास लाल गेंदें थीं इसलिए हम उनका इस्तेमाल कर रहे थे। आप जानते हैं कि कब और कैसे खेलना है, आपके पास कितना समय है। सफेद गेंद से लाल गेंद की ओर मानसिक रूप से बदलाव करना स्पष्ट रूप से कठिन है लेकिन हमारे पास पर्याप्त समय है।”
बाएं हाथ के इस स्पिनर ने हालांकि कहा कि गेंद की परवाह किए बगैर महत्वपूर्ण यह है कि सही लाइन और लेंथ से गेंदबाजी पर ध्यान दिया जाए।
अक्षर ने कहा, ”हम सफेद गेंद से लाल गेंद में बदलाव कर रहे हैं। यह एसजी से ड्यूक गेंद में बदलाव करने के समान ही है। आपको अपनी प्रतिभा और कौशल का उपयोग करना होगा। आपको अपनी योजना को लागू करना होता है और गेंदबाजी लय हासिल करनी होती है। गेंद चाहे कोई भी हो, अगर आप सही लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी करते हैं तो यह काम करता है।”
उन्होंने कहा, ”हम यही कर रहे हैं। मैच इंग्लैंड में है, जहां के हालात भारत से अलग हैं, तो हम योजना बना रहे हैं कि यहां कौन सी लाइन और लेंथ काम करेगी।”
भारतीय खिलाड़ियों का पहला दल पिछले हफ्ते की शुरुआत में लंदन पहुंचा था जिसमें विराट कोहली और अक्षर जैसे खिलाड़ी शामिल थे। टीम फाइनल की तैयारी कर रही जो सात से 11 जून तक द ओवल में होगा।
अक्षर ने कहा, ”जो लोग (आईपीएल प्ले ऑफ के लिए) क्वालीफाई नहीं कर पाए उन्हें अधिक समय मिला। इसलिए मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या होगी क्योंकि हमारे पास तैयारी के लिए पर्याप्त समय है।”
उन्होंने कहा, ”अंतर यह है कि ड्यूक गेंद अधिक समय तक चमकदार रहती है लेकिन आईपीएल के दौरान हमने गेंद मंगवाई थी इसलिए हम इसके साथ अभ्यास कर रहे थे और इसके आदी हो गए थे।”
भारतीय टीम को तेज गर्मी में आईपीएल खेलने के बाद इंग्लैंड की अपेक्षाकृत ठंडी परिस्थितियों से जल्दी से सामंजस्य बैठाना होगा।
अक्षर ने कहा, ”हम आईपीएल खेलकर आए थे जहां भारत में तापमान 40-45 डिग्री था। उसके बाद यहां बहुत अच्छा लग रहा है। हमने अपने सर्दियों के कपड़े निकाल लिए हैं और जंपर्स पहनकर घूम रहे हैं। थोड़ी हवा भी चल रही है। हम जब भी ब्रिटेन आते हैं तो हम मौसम का आनंद लेते हैं। यहां थोड़ा ठंडा रहता है, गर्मी नहीं होती है।”
भारत की स्पिन की अनुकूल पिचों के विपरीत इंग्लैंड की परिस्थितियां स्विंग गेंदबाजी के अधिक अनुकूल हैं।
अक्षर ने कहा, ”जाहिर है, भारत और इंग्लैंड में स्थितियां अलग हैं। तेज गेंदबाजों की यहां अधिक भूमिका है। भारत में स्पिनर अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
उन्होंने कहा, ”दोनों टीमों के लिए परिस्थितियां समान हैं। इंग्लैंड में हवा स्विंग गेंदबाजी में मदद करती है और अगर आप सही जगह पर गेंदबाजी करते हैं तो अच्छा उछाल मिलता है।”
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…