दहशत फैलाकर उप्र में बादशाहत कायम करना चाहता है मोनू…

दहशत फैलाकर उप्र में बादशाहत कायम करना चाहता है मोनू…

मुरादनगर, । मुरादनगर में रेलवे रोड पर मंगलवार को हुई मोबाइल कारोबारी मुकेश गोयल की हत्या के पीछे बेशक प्रॉपर्टी में लेन.देन का विवाद सामने आ रहा हो, लेकिन इस हत्या के मायने कुछ और भी हैं। मुकेश गोयल हत्याकांड में जिस 50 हजार रुपए के इनामी बदमाश मोनू की तलाश की जा रही है वह मुरादनगर थानाक्षेत्र में ही कई सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दे चुका है। चर्चा है कि मोबाइल कारोबारी की दिनदहाड़े हत्या कर मोनू ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। एक ओर जहां उसने मुकेश गोयल को मारकर 15 लाख रुपए के तगादे पर पानी फेर दिया। वहीं, रेलवे रोड मार्केट में दिनहाड़े इस हत्याकांड को अंजाम देकर उसने क्षेत्र के लोगों में अपने नाम की दहशत फैला दी। अपराध के जानकारों का मानना है कि उखलारसी मुरादनगर निवासी मोनू लगातार सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देकर मुरादनगर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपराध की दुनिया में अपनी बादशाहत कायम करना चाहता है।

01 अप्रैल को उखलारसी गांव में हुए विद्युत विभाग के ठेकेदार नवीन भारद्वाज की हत्या के मामले में मोनू फरार चल रहा है। जिसके चलते उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया है। इससे पूर्व मोनू मुरादनगर थानाक्षेत्र में ही फाइनेंसर ऋषिपाल की हत्या में शामिल था। मोनू की आदत अपने टारगेट को घर में घुसकर मारने और मरवाने की है। यही वजह है कि नवीन भारद्वाज की भांति उसने मुकेश गोयल की भी घर के नीचे बनी मोबाइल शॉप में घुसकर हत्या की या कराई। एक समय अंतराल के बाद हत्या दर हत्या को अंजाम देने के पीछे मोनू का मकसद पैसा कमाने से ज्यादा क्षेत्र में अपने नाम की दहशत फैलाना है।

मोनू के टारगेट पर हैं क्षेत्र के नेता और कारोबारी
वाहन चोरी के धंधे से जरायम की दुनिया में कदम रखने वाले मोनू की ख्वाहिश कुख्यात बदमाश बनने की है। वह चाहता है कि व्यापारी वर्ग समेत धनाड्य लोगों में उसके नाम की दहशत हो, ताकि वह उनसे रंगदारी वसूल सके। हालांकि मोनू को करोड़ों की संपत्ति का मालिक बताया जाता है, लेकिन नशे की लत और मंहगे शौक पूरा करने के चक्कर में उसे अपनी कई संपत्तियां बेचनी पड़ी। सूत्रों का कहना है कि मोनू ने अपनी कई पैतृक संपित्तयां बेचकर जो रकम प्राप्त की उसे उसने या तो अपने ऐशोआराम में उड़ा दिया या फिर उस रकम से विवादित संपत्तियां औने.पौने दाम में खरीद लीं। क्षेत्र में चर्चा है कि मोनू दहशत फैलाने का सिलसिला जारी रखना चाहता है। इसके लिए उसके टारगेट पर क्षेत्र के राजनेता और अन्य कारोबारी भी हैं। सूत्र बताते हैं कि मोनू ने अपने दो टारगेट चिन्हित कर रखे हैं। जिनमें एक राजनेता और कारोबारी का नाम शामिल है। अगर वह समय रहते पकड़ा न गया तो मुरादनगर में और भी खून खराबा हो सकता है।

जेल में रहने के दौरान शूटरों से हो गया था मोनू का संपर्क
फाइनेंसर ऋषिपाल हत्याकांड में जेल में रहने के दौरान मोनू का संपर्क कई शार्प शूटरों से हो गया था। जमानत पर छूटने के बाद उसने जेल में बंद शेखर चौधरी के कहने पर भाड़े के शूटरों के माध्यम से ही ठेकेदार नवीन भारद्वाज की हत्या कराई थी। शूटरों के पकड़े जाने के बाद भी पुलिस मोनू को आजतक पकड़ नहीं सकी। जिसका अंजाम यह हुआ कि मोनू मुरादनगर में ही एक और हत्याकांड को अंजाम दिलाने में कामयाब हो गया। सूत्र बताते है कि मुकेश गोयल हत्याकांड के बाद मोनू और उसके साथी को मृतक के भतीजे ने देखा था। पिस्टल कॉक कर रहे बदमाशों को देखकर भतीजे ने वहां मौजूद पीआरवी और पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों को सूचना दी थी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसकी सूचना पर कार्रवाई करने के बजाए उसे थाने जाकर सूचित करने का ज्ञान दे दिया। जिसके चलते मोनू साथी समेत भागने में कामयाब हो गया।

जेल से भी जुड़े हैं मुकेश हत्याकांड के तार, बर्दाश्त नहीं हुई बदमाश की चेतावनी
सूत्र बताते हैं कि मुकेश गोयल ने 80 लाख रुपए में मोनू को मकान बेचा था। इस डील में कई लोग शामिल थे। रजिस्ट्री होने के बाद भी मुकेश के 15 लाख रुपए मोनू पर बकाया थे। मुकेश गोयल अपने पैसों का तकादा कर रहे थे, लेकिन मोनू की नीयत इस बकाया रकम को हड़पने की थी। सूत्रों का कहना है कि मोनू से रकम निकलवाने के लिए मुकेश ने जेल में बंद एक बदमाश से संपर्क साधा था। मुकेश दो बार जेल में जाकर और फिर पेशी के दौरान इस बदमाश से मिले थे। बदमाश ने जेल में ही बंद मोनू के करीबी गैंगस्टर शेखर चौधरी से कहा था कि वह मोनू से मुकेश की बकाया रकम दिलवा दे। सूत्र बताते हैं कि बदमाश ने जब दूसरी बार शेखर चौधरी को चेताया तो उसे यह बात नागवार गुजरी और उसने मोनू को मैसेज भिजवा दिया। जेल में बदमाश द्वारा आका शेखर चौधरी को दी गई धमकी मोनू को बर्दाश्त नहीं हुई और उसने मुकेश गोयल की हत्या करने का प्लान तैयार कर लिया।

बुना जा रहा मोनू को सरेंडर कराने का ताना.बाना, सफेदपोश का भी संरक्षण
सूत्रों की मानें तो मोनू अपने ठिकाने बदलता घूम रहा है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में भटक रही हैं। पुलिस से बचने के लिए मोनू सरेंडर करने की फिराक में है। बताया जाता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ही सैटिंगबाज अपराधी इस काम में मोनू की मदद कर रहे हैं। उसे सरेंडर कराने की डील चल रही है। इसके अलावा मोनू को कुछ सफेदपोश लोगों का भी सरंक्षण प्राप्त है। ठेकेदार नवीन भारद्वाज की हत्या को अंजाम देने के बाद एक सफेदपोश द्वारा ही मोनू को पनाह दी गई थी। सूत्र बताते हैं कि मोनू को सरंक्षण देने के पीछे सफेदपोश लोगों की राजनैतिक महत्वाकांक्षा भी हो सकती है।

पुलिस की रडार पर मोनू के करीबी
मोनू को खोजने में नाकाम पुलिस ने उसके करीबियों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। पुलिस ने कई ऐसे लोग चिन्हित किए हैं जो मोनू के करीबी हैं और मुकेश गोयल के मकान की डील कराने में मोनू के मददगार भी थे। बताया जाता है कि इन करीबियों के माध्यम से ही मोनू जमीनों का बड़ा खेल, खेल रहा था। जमीन व मकानों के सौदे के बाद बदमाशी का एंगल दिखाकर लोगों को भयभीत कर मनमाफिक दामों में जमीनों की खरीद.फरोख्त हो रही थी। पुलिस का कहना है कि सभी एंगल पर हत्याकांड की जांच जारी है। ठोस क्लू हाथ लगते ही हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…