पोषण के साथ पढ़ाई’ शुरू…
नई दिल्ली,। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को ‘पोषण भी पढ़ाई भी’ अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि स्वस्थ बचपन से स्वस्थ राष्ट्र को निर्माण होगा।
श्री ईरानी ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरुप तीन से छह साल तक के बच्चों को अब पोषण के साथ-साथ पढ़ाई भी कराई जाएगी। उन्होेंने विभिन्न आंकड़ों और सरकार के संबंधित कार्यक्रमों को उल्लेख करते हुए कहा कि स्वस्थ बचपन से ही स्वस्थ राष्ट्र बनाया जा सकता है। सरकार ने इस दिशा में कई योजनायें और कार्यक्रम शुरू किये हैं।
उन्होंने बताया कि इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर 51 लाख गतिविधियां आयोजित की गयी हैं। इसके साथ ही प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) के लिए एक कार्यबल का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि 600 करोड़ रुपए सिर्फ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए प्रस्तावित है। कार्यक्रम में देश भर से 800 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मंत्रालय में राज्यमंत्री मुंजपारा महेंद्रभाई और सचिव इंदेवर पांडे भी मौजूद रहेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश भर में मिनी आंगनवाड़ियों को उन्नत करने का फैसला किया गया है। इस समय देश में एक लाख हजार मिनी आंगनवाड़ियां हैं।
प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) को मजबूत करने के लिए प्रमुख पहलों पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है, जो मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 का एक महत्वपूर्ण अंग है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप है। कार्यक्रम में कर्नाटक, महाराष्ट्र, मेघालय, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु राज्यों की सर्वश्रेष्ठ ईसीसीई प्रक्रियाओं पर विशेष उल्लेख किया गया। सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और सीडीपीओ, पर्यवेक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित लगभग 800 आईसीडीएस पदाधिकारियों के कार्यक्रम में भाग लिया।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सुझाव के अनुसार भारत में दुनिया का सबसे बड़ा, सार्वभौमिक, उच्च गुणवत्ता वाला प्री-स्कूल नेटवर्क सुनिश्चित करने के लिए एक अग्रणी ईसीसीई कार्यक्रम “पोषण भी पढाई भी” शुरू कर रहा है।
देश भर में करीब 13.9 लाख आंगनवाड़ी केंद्र छह साल से कम उम्र के लगभग आठ करोड़ लाभार्थी बच्चों को पूरक पोषण और प्रारंभिक देखभाल और शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशा-निर्देशों के अनुसार ‘पोषण भी पढाई भी’ के साथ सरकार ने देश की भावी पीढ़ियों की नींव को मजबूत करने का लक्ष्य लिया है। “पोषण भी, पढाई भी” ईसीसीई नीति द्वारा शुरू किए गए परिवर्तनों के माध्यम से, प्रत्येक बच्चे को दैनिक आधार पर कम से कम दो घंटे की उच्च-गुणवत्ता वाली प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान की जाएगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…