लोहे की ग्रिल काटी, चादर की मदद से सेल में कूदे’ यही चार बदमाश जिसने टिल्लू ताजपुरिया को मारा…

लोहे की ग्रिल काटी, चादर की मदद से सेल में कूदे’ यही चार बदमाश जिसने टिल्लू ताजपुरिया को मारा…

नई दिल्ली, 02 मई । गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया उर्फ सुनील मान की आज सुबह तिहाड़ जेल में हत्या कर दी गई। वारदात को चार बदमाशों ने मिलकर अंजाम दिया। इनकी पहचान दीपक, योगेश, राजेश और रियाज़ के तौर पर हुई है। चारों बदमाशों की तस्वीर भी सामने आई है। ये चारों तिहाड़ जेल नंबर 9 की फर्स्ट फ्लोर के एक सेल में बंद थे। जेल के अधिकारियों के मुताबिक, वारदात में शामिल सभी अपराधियों का गोगी गैंग से कनेक्शन है।

चारों बदमाशों ने वारदात को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया। चारों ने पहले लोहे की ग्रिल को काटा फिर चादर की मदद से ग्राउंड फ्लोर पर कूदे। यहीं पर हाई सिक्योरिटी में टिल्लू ताजपुरिया जेल की एक सेल में बंद था। इसके बाद चारों ने अचानक टिल्लू पर हमला बोल दिया। बदमाश अपने साथ लोहे के रॉड और सूए लाए थे। टिल्लू के शरीर पर किसी ने रॉड से हमला किया तो किसी ने सूए से। बदमाशों ने उसके पेट में रॉड घोंप दिया।

हमले के बाद टिल्लू बेहोश हो चुका था

जेल कर्मी जब सेल में आए तो टिल्लू बेहोश हो चुका था। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोगी गैंग की कमान दीपक बॉक्सर के हाथ मे थी। दीपक बॉक्सर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल मेक्सिको से गिरफ्तार करके लाई थी। दीपक पर भी अपराध के कई मामले दर्ज हैं। वह भी अपने अन्य गुर्गों के साथ तिहाड़ जेल में बंद है।

रॉड को बदमाशों ने नुकिला बनाया था

टिल्लू मर्डर को बदमाश गोगी की हत्या के बदले के तौर पर देखा जा रहा है। बदमाशों ने हमले में जिस रॉड का इस्तेमाल किया है, उसे वह लोहे की ग्रिल से निकालकर लाए थे। रॉड को बदमाशों ने नुकिला बनाया था। इस हमले में टिल्लू के साथ एक अन्य कैदी रोहित भी जख्मी हो गया था। टिल्लू ताजपुरिया पर अपराध के कुल 11 केस दर्ज हैं, जिनमें 3 केस तो सिर्फ हत्या के हैं। टिल्लू गैंग के कई सदस्यों पर साल 2018 में मकोका भी लगाया गया था।

टिल्लू का नीरज बवाना और सुनील राठी गैंग से था कनेक्शन

टिल्लू अपराध को अंजाम देने के लिए कई टूसरे गैंग की भी मदद लेता था। उसका नीरज बवाना और सुनील राठी गैंग से भी कनेक्शन था। साल 2016 में पुलिस ने हत्या के आरोप में हरियाणा के रोहतक से टिल्लू को अरेस्ट किय़ा था, तब से लेकर वह जेल से बाहर नहीं निकला था।टिल्लू बाहरी दिल्ली के ताजपुर गांव का निवासी है। टिल्लू और गोगी एक अच्छे दोस्त थे, लोग उनकी दोस्ती की मिसालें दिया करते थे। हालांकि, इस दोस्ती में फूट डालने का काम किया कॉलेज का चुनाव। दरअसल, दोनों अलग-अलग उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने लगे। इसके बाद ये दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। साल 2021 में रोहिणी कोर्ट रूम के अंदर दिनदहाड़ी जितेंद्र गोगी की हत्या हो गई। ऐसे आरोप लगे कि इस हत्याकांड को टिल्लू ने अपने गुर्गों की मदद से अंजाम दिलवाया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…