लखनऊ।हिन्द वतन समाचार…
कोलकाता की ‘क्वीन ऑफ कैबरे’ मिस शेफाली का निधन, हेलन मानती थीं अपना गुरू…
कोलकाता की मशहूर डांसर मिस शेफाली (Miss Shefali) का कोलकाता स्थित उनके घर में शाम 6 बजे निधन हो गया. पहली बंगाली कैबरे डांसर मिस शेफाली 74 साल की थीं. 60 और 70 के दशक में उनके कैबरे डांस का जलवा था. एक्ट्रेस कोकंणा सेन शर्मा इन पर बन रही वेबसीरीज में काम कर रही हैं.
मिस शेफाली का असली नाम आरती दास था, जिन्होंने 60 से 70 के दशक में कलकत्ता (अभी कोलकाता) में ‘क्वीन ऑफ कैबरे’ के रूप में छाई हुई थीं. आरती दास ने हमेशा अपनी शर्त पर लाइफ को जिया. जमाने के ताने भी सहे, लेकिन उन्होंने कभी किसी की परवाह नहीं की. बॉलीवुड में आइटम डांस का ट्रेंड शुरू करने वाली हेलन भी आरती को अपना गुरु मानती थीं. उन्होंने मशहूर फिल्म डायरेक्टर सत्यजीत रे के साथ भी काम किया था. सत्यजीत रे जब उनसे पहली बार मिले थे तो उन्होंने पूछा था कि क्या तुम सिगरेट पीती हो, तो उन्होंने कहा-नहीं, लेकिन उन्हें फिल्म के रोल के लिए सिगरेट पीने वाली नायिका चाहिए थी. इसके बाद सत्यजीत रे और मिस शेफाली कार में बैठकर गए तो सत्यजीत रे ने कार से उतरकर पूछा कि कौन सी सिगरेट पीती हैं, इसके बाद शेफाली ने तुरंत जवाब दिया कि 555. उनका डांस देखने के लिए बड़े-बड़े धनकुबेर भी लाइन में लगा करते थे.
विभाजन के बाद आरती को उनके माता-पिता बांग्लादेश से कलकत्ता लेकर आए थे. वह तीन बहनों में सबसे छोटी थीं. उनका परिवार काफी गरीब था. पिता बीमार ही रहते थे. मां दूसरों के घरों में खाना बनाने का काम करती थीं. आरती ने पहली नौकरी 11 साल की उम्र में की. उन्होंने एक घर में नौकरानी का काम किया. यह परिवार एंग्लो इंडियन था.यह एंग्लो इंडियन परिवार अक्सर पार्टी करता था तो आरती उन्हें म्यूजिक पर डांस करते देखती थीं. इसके बाद वह अक्सर उनके डांस स्टेप्स की कॉपी करती थी. यहीं आरती को मिला ‘विवियन’ पार्क स्ट्रीट के एक रेस्त्रां ‘मकाम्बो’ का सिंगर. उन्होंने पूछा कि क्या काम कर सकती हो तो इस वह बोलीं- डांस. आरती को विवियन सबसे महंगे और बड़े होटल में ले गया. वहां आरती ने अपना डांस दिखाया. यहां आरती की तनख्वाह सीधे 70 रुपये 700 रुपये हो गई.
अपनी आत्मकथा ‘संध्या रातेर शेफ़ाली’ में आरती ने बताया था कि उस दिन जो हुआ उन्होंने सोचा भी नहीं था. वह पहला पब्लिक परफॉर्मेंस था. होटल जाने पर आरती को तैयार होने के लिए कहा गया. पहनने के लिए जो कपड़े दिए गए वे कहीं से भी सभ्य नहीं थे. आरती ने लिखा था कि मेरे शरीर में कुछ भी ढंग से ढक नहीं पा रहा था. सूट-बूट पहने सिगार शराब पीते लोग, लेकिन म्युज़िक मैन ने इशारा किया और मैं तैयार थी. म्युज़िक शुरू हुआ और मैं नाचने लगी. उस दिन आरती की जगह मिस शेफाली ने जन्म ले लिया था. उस समय शेफाली को देखने के लिए कतारें लगती थीं. शेफाली मिस थीं, उन्हें एक बार ही प्यार हुआ वो भी शादीशुदा अमेरिकन से. उसे लौटना था, वह लौट गया. स्टेज पर थिरकतीं मिस शेफाली का जीवन आसान नहीं रहा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…