म्युचुअल फंड निवेशकों में महिलाओं की भागीदारी 20 फीसदी…

म्युचुअल फंड निवेशकों में महिलाओं की भागीदारी 20 फीसदी…

नई दिल्ली, 15 अप्रैल । म्युचुअल फंड (एमएफ) उद्योग में महिला निवेशकों की संख्या कुल निवेशकों में 20 प्रतिशत है। भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (एम्फी) द्वारा साझा किए गए अतिरिक्त आंकड़े से पता चलता है कि स्थायी खाता संख्या (पैन) के आधार पर महिला निवेशकों की संख्या दिसंबर 2019 के 46 लाख से बढ़कर दिसंबर 2022 में 74 लाख पर पहुंच गई।

दिलचस्प तथ्य यह है कि 18-24 वर्ष उम्र वर्ग की महिला निवेशकों की संख्या समान अवधि में चार गुना तक बढ़ी है। पिछले तीन साल में, बी-30, और टी-30 शहरों से महिला निवेशकों की संख्या में 13-13 लाख का इजाफा हुआ है। एम्फी ने यह भी कहा है कि कोविड-19 के वर्षों के दौरान महिला निवेशकों की संख्या में भारी तेजी आई। जहां 25-35 वर्ष उम्र निवेशक संख्या 2.3 गुना से ज्यादा बढ़ी, वहीं बड़ा योगदान 45 साल से अधिक उम्र वर्ग की महिलाओं का रहा। कुल महिला निवेशकों में इनकी भागीदारी 38 प्रतिशत से ऊपर रही।

वित्तीय सलाहकारों का मानना है कि यह स्पष्ट नहीं है कि कुल महिला निवेशकों में से कितनी महिलाएं स्वयं के निवेश का प्रबंधन करने में सफल रही हैं। उनका मानना है कि ऐसे निवेश का बड़ा हिस्सा परिवार में पुरुष सदस्यों द्वारा कर बचत या अन्य मकसद के लिए पारंपरिक तौर पर प्रबंधित किया जाता है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…