दोस्त ने रुपयों के विवाद में की थी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या…

दोस्त ने रुपयों के विवाद में की थी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या…

गाजियाबाद, । मसूरी थानाक्षेत्र में मुरादनगर के प्रॉपर्टी डीलर जयवीर की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। ढाई लाख रुपये के लेन देन के विवाद में जिगरी दोस्त ने ही प्रॉपर्टी डीलर की गला घोंटकर हत्या की थी। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने प्रॉपर्टी डीलर जयवीर की बेटियों की शादी में ढाई लाख रुपये दिए थे। उन्हें लौटाने की बजाय जयवीर और पैसों की मांग कर रहा था। पैसे न देने पर अपमानित करता था। इसी बात को लेकर उसने जयवीर को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त सेंट्रो कार और तोड़कर नाले में फेंका गया जयवीर का मोबाइल बरामद कर लिया।

डीसीपी ग्रामीण जोन रवि कुमार ने बताया कि 26 मार्च को मसूरी थानाक्षेत्र के गांव मटियाला के जंगल में 50 वर्षीय व्यक्ति का शव पड़ा मिला था। उसकी गमछे से गला घोंटकर हत्या की गई थी। शिनाख्त न होने पर 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम कराकर शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया था। सोशल मीडिया पर फोटो देखकर दस दिन बाद पांच अप्रैल को परिजनों ने मृतक की शिनाख्त न्यू डिफेंस कॉलोनी मुरादनगर निवासी जयवीर के रूप में की थी।

डीसीपी ग्रामीण का कहना है कि जयवीर के परिजनों से पूछताछ करने के साथ-साथ उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर खंगाली गई। इसके अलावा घटनास्थल के आसपास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई। जांच के दौरान संदिग्ध के रूप में कृष्णा कॉलोनी मुरादनगर निवासी अरुण कुमार का नाम प्रकाश में आया। शुरुआती पूछताछ में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने दोस्त जयवीर की हत्या कबूल कर ली।

ढाई लाख रुपये उधार दिए थे
जयवीर प्रॉपर्टी का काम करता था और अरुण कुमार ऑर्डिनेंस फैक्टरी में नौकरी करता है। अरुण का जयवीर के घर आना-जाना था और वह उसका पारिवारिक दोस्त था। पूछताछ में अरुण ने बताया कि जयवीर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसने अपनी दो बेटियों की शादी में उससे ढाई लाख रुपये उधार लिए थे। अरुण के मुताबिक वह जब भी जयवीर से पैसे वापस मांगता तो वह और पैसे मांगने लगता था। इसके अलावा पैसों का तगादा करने पर जयवीर ने उसे कई बार सार्वजनिक रूप से अपमानित भी किया था। जयवीर द्वारा और पैसों का दबाव बनाने तथा अपमानित होने से क्षुब्ध होकर उसने उसे रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया।

गमछे से गला दबाकर जान ली
डीसीपी ग्रामीण ने बताया कि 25 मार्च को अरुण ने जयवीर को फोन करके ऑर्डिनेंस फैक्टरी के गेट पर बुलाया था। वह उसे प्लॉट दिखाने के बहाने अपनी सेंट्रो कार में बैठाकर मटियाला गांव ले गया। मटियाला गांव के जंगल में मौका पाकर अरूण ने जयवीर का गला घोंट दिया। बाजू में भरकर गला घोंटने के बाद जब जयवीर निढाल होकर गिर गया तो अरुण ने गमछे से उसका गला घोंटा। जयवीर मर गया है या नहीं, इसकी पुष्टि के लिए उसने जयवीर को आवाज भी लगाई थी। हत्या के बाद अरूण ने जयवीर की जेब से उसका मोबाइल, छह सौ रुपये और दस्तावेज लूट लिए थे। दस्तावेज और मोबाइल तोड़कर नाले में फेंक दिया और पैसे खर्च कर दिए।

हत्या के बाद परिवार से हमदर्दी जता रहा था आरोपी
पुलिस के मुताबिक जयवीर के लापता होने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। परिजनों को गुमराह करने के लिए वह उनके साथ कई जगह गया भी था। वहीं, जयवीर की हत्या का पता लगने पर अरुण परिवार से हमदर्दी जताने भी पहुंचा था। संदिग्ध आरोपी के तौर पर नाम आने पर पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो अरुण लापता हो गया। डीसीपी ने बताया कि अरुण को गिरफ्तार करने के बाद क्राइम सीन दोहराया गया। उसने घटना कबूल करते हुए सब कुछ बता दिया।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…