हाथापाई और हंगामे के बीच सदन पांचवीं बार स्थगित, दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी पहुंचे सिविक सेंटर…
नई दिल्ली, 23 फरवरी। दिल्ली नगर निगम में स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव के दौरान सदन में हंगामा जारी है। कल रात से सदन की कार्यवाही पांचवीं बार स्थगित हुई है। जैसे ही कार्यवाही शुरू होती है पार्षदों का हंगामा शुरू हो जाता है। कल हाथापाई हुई और बोतलें फेंकी गईं और आज सवेरे तक सदन में कागजी गोले रुक-रुक कर चलते रहे। महिला पार्षद भी आपस में भिड़ती रही हैं। हंगामे के मद्देनजर एडिशनल डीसीपी शशांक जायसवाल ने सिविक सेंटर का दौरा किया है।
इससे पहले मेयर, डिप्टी मेयर का चुनाव होने के बाद बुधवार रात स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव हंगामे के कारण फंसा रहा। स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में सदन के अंदर आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षदों ने एक-दूसरे पर जमकर लात घूंसे चलाए और पानी की बोतलें फेंककर मारीं।
मेयर ने आरोप लगाया है कि भाजपा पार्षदों ने उन पर भी हमला किया। आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चुनाव हुए बगैर सत्र खत्म नहीं होगा। भले सदन लगातार कई दिनों तक चलता रहे। स्टैंडिंग कमेटी भी आप की ही बनेगी। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव पहली बैठक में ही कराने का आदेश दिया है। वहीं, रात करीब एक बजे आप के पार्षद सदन से निकल गए, लेकिन भाजपा के पार्षद बैठकर मेयर का इंतजार करते रहे।
दरअसल, मेयर, डिप्टी मेयर के चुनाव में सदस्यों को वोटिंग के दौरान मोबाइल साथ में लेकर जाने की रोक थी। इसका सभी सदस्यों ने पालन भी किया। शांतिपूर्वक ये दोनों चुनाव संपन्न हो गए।
इसके बाद मेयर ने एक घंटे के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित करते हुए कहा कि लौटते ही स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव शुरू कराएंगी, लेकिन करीब दो घंटे की देरी के बाद मेयर चेयर पर लौटीं। इस दौरान पार्षदों ने सदन में हनुमान चालीसा का पाठ किया और देशभक्ति के गाने भी गाए। सदन में जय श्रीराम, जय बजरंग बली के जयकारे लगाए गए। भाजपा की पार्षद शिखा राय ने निगम सचिव भगवान सिंह से सवाल किया कि मेयर मैडम अपनी चेयर पर लौट रही हैं, वे दो घंटे से गायब हैं। इसके करीब दस मिनट बाद मेयर चेयर पर लौटीं।
शैली बोलीं… केजरी हैरान
हंगामे को लेकर शैली ओबरॉय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक जब स्थायी समिति का चुनाव कराया जा रहा था तब बीजेपी पार्षदों ने मुझ पर हमला करने की कोशिश की! बीजेपी की गुंडागर्दी की यह हद है कि वे एक महिला मेयर पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, सीएम केजरीवाल ने दिल्ली की मेयर की इस प्रतिक्रिया पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह इस प्रकरण को लेकर हैरान हैं।
तूतू-मैंमैं…
हंगामे को लेकर आर विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि बीजेपी के पास संख्या नहीं है इसलिए वह गुंडागर्दी करके एक स्थायी समिति बनाना चाहती है। हम SC के निर्देश पर चुनाव के लिए तैयार हैं। एमसीडी हाउस में बोतलें फेंकी गईं। दिल्ली के लोग देख रहे हैं कि बीजेपी किस तरह स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव टालना चाहती है।
वहीं भाजपा पार्षद अर्जुन पाल सिंह ने कहा कि बैलट वोटिंग के दौरान फोन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए लेकिन फोन की अनुमति थी और हमने इसका विरोध किया। मेयर ने इसे स्वीकार कर लिया, हमारी मांग है कि जब 50 लोग पहले ही मतदान कर चुके हैं और फोटो खिंच चुकी है तो मतदान फिर से शुरू किया जाए। विरोध करने पर हमें धमकाया गया और हमला किया गया।
सदन की कार्यवाही के दौरान मेयर की चेयर पर आने के बाद शैली ओबेरॉय ने एक घंटे के लिए सदन को स्थगित किया और दोबारा लौटने पर स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव कराने की बात कही। करीब दो घंटे के बाद शैली चेयर पर लौटीं और चुनाव की प्रक्रिया शुरू कराई। उन्होंने स्थायी समिति की वोटिंग के लिए सदस्यों को मोबाइल लेकर जाने की अनुमति प्रदान की। इसका भाजपा के पार्षदों ने विरोध किया। कुछ देर के बाद भाजपा के पार्षदों ने फिर से विरोध किया कि सदस्य वोट देने के बाद बैलेट पेपर की फोटो खींच रहे हैं। यह वोटिंग कराने असंविधानिक तरीका है।
सदन में हंगामा बढ़ गया, तब तक सदन में 43 सदस्यों ने वेटिंग कर ली थी। करीब डेढ़ घंटे तक सदन में हंगामा चलता रहा। रात को आठ बजे तक स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव नहीं हो पाया था। इस बीच निगम सचिव भगवान सिंह ने मेयर शैली ओबरॉय को कागज दिखाए कि मोबाइल के साथ वोटिंग की अनुमति नहीं है। इसके बाद मेयर ने बिना मोबाइल के वोटिंग का आदेश दिया, लेकिन इस पर भाजपा के पार्षदों ने कहा कि ऐसे में पहले मोबाइल के साथ हुई वोटिंग अनधिकृत है, इसे रद्द किया जाए। देर रात तक यह फैसला नहीं हो पाया था कि वोटिंग दोबारा होगी या वहीं से आगे बढ़ेगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…