पीएफआई देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ाने वाला संगठन : अमित शाह…
अडानी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर बोले अमित शाह, कही ये बड़ी बात
नई दिल्ली, 14 फरवरी। देश और दुनिया में उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर खूब चर्चा है। विपक्ष इस मुद्दे को सदन से लेकर सड़क तक सरकार को घेर रहा है। अमेरिकी संस्थान हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह को करोड़ों रुपयों का नुकसान हो चुका है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान इसको लेकर सरकार पर कई तीखे प्रहार किये थे। अब इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान आया है। अडाणी से जुड़े मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है। कैबिनेट का सदस्य होने के नाते इस समय इस मुद्दे पर मेरा कुछ भी बोलना सही नहीं होगा। परन्तु इसमें भाजपा के लिए कुछ छुपाने के लिए नहीं है और न ही किसी बात से डरने की जरूरत है। अमित शाह ने कहा, “पीएफआई कैडर पर कई मामले थे उन्हें समाप्त करने का काम कांग्रेस ने किया, जिसे कोर्ट ने रोका। हमने पीएफआई को सफलतापूर्वक बैन किया। पीएफआई देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ाने वाला संगठन था। आतंकवाद का एक प्रकार से सामग्री तैयार करने का काम वे लोग कर रहे थे। हमारी सरकार वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठे और पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया।” केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बिहार और झारखंड में नक्सवादी उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है। मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में भी कुछ ही समय में शांति बहाल करने में हम सफल होंगे। जम्मू-कश्मीर में भी आतंकवाद से संबंधित सभी प्रकार के आंकड़े सबसे अच्छी स्थिति में हैं। बीजेपी को शहरों के नाम बदलने को लेकर अक्सर आलोचना का सामना करना पड़ता है। इस विषय को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी और सरकार का पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि एक भी शहर ऐसा नहीं है जिसका पुराना नाम न हो और बदला है। इसपर बहुत सोच समझकर हमारी सरकारों ने फैसले लिए हैं और हर सरकार का ये विधायी अधिकार है। 2024 लोकसभा चुनाव पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2024 में कोई स्पर्धा नहीं है, देश एकतरफा मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है। देश की जनता को तय करना है अभी तक तो लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का लेबल जनता ने किसी को नहीं दिया है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…