दलित और मुस्लिम युवकों के राहुल के साथ संवाद में उठे मुद्दे, गहलोत को कार्रवाई के लिए कहा…

दलित और मुस्लिम युवकों के राहुल के साथ संवाद में उठे मुद्दे, गहलोत को कार्रवाई के लिए कहा…

सवाई माधोपुर,। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार को सवाई माधोपुर के जीनापुर से शुरू हुई। यात्रा के सुबह के सत्र में सूरवाल बाइपास तक सैंकड़ों की संख्या में लोग यात्रा में शामिल हुए। स्थानीय लोगों में यात्रा को लेकर ज़बरदस्त उत्साह दिखा। इस दौरान चलते हुए राहुल गांधी ने दो समूहों के साथ बातचीत की। मुस्लिम युवाओं के एक समूह ने राहुल गांधी के समक्ष केंद्र सरकार की ओर से मौलाना आजाद नेशनल फैलोशिप बंद किए जाने सहित कई मुद्दे उठाए।

दूसरी बातचीत दलित युवाओं के एक समूह के साथ थी। इस समूह के युवाओं ने विशेष रुप से भाजपा सरकार की ओर से 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान SC-ST समुदाय के लोगों पर दर्ज़ मुकदमों एवं ज़मीन से जुड़े मुद्दे उठाए। दोनों समूहों की बातों को गंभीरता से सुनने के बाद राहुल गांधी ने साथ चल रहे प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से राज्य से जुड़े मुद्दों पर मुख्यमंत्री से बात करके कार्रवाई करने को कहा।

बातचीत के बाद दोनों समूहों ने बताया कि राहुल गांधी ने ध्यान पूर्वक उनकी बातें सुनी और जो मामले राज्य सरकार के अधीन आते हैं उनपर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। दोपहर में राहुल गांधी ने राजस्थान में दलित समुदाय के विकास एवं कल्याण के लिए काम कर रहे अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी, सेंटर फॉर दलित राइट्स, राजस्थान बाल्मीकि मंच, उड़ान मानव सेवा समिति, आगाज़ फाउंडेशन, राइट्स रिसॉर्स सेंटर, अंबेडकर स्टडी सेंटर-जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों एवं इस समुदाय से जुड़े कई अन्य लोगों से बातचीत की।बातचीत के दौरान इन लोगों ने राजस्थान कांग्रेस सरकार द्वारा दलितों के उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की और कुछ बेहतर सुझाव दिए। राहुल गांधी के समक्ष कुछ मांगे भी रखी गई।

राहुल गांधी ने उनकी सभी बातें सुनी और साथ बैठे मुख्यमंत्री से राज्य स्तर की जो समस्याएं थी उनके समाधान का अनुरोध किया। राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान को कॉन्स्टिट्यूशन दलितों ने दिया इसे कभी भूलना नहीं चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हिंदुस्तान का जो पावर स्ट्रक्चर है, चाहे वो प्रशासन हो, जुडिशियरी हो या मीडिया हो उनमें एससी,एसटी और ओबीसी की भागीदारी उतनी नहीं है जितनी होनी चाहिए। बाबासाहेब अंबेडकर के दिखाए रास्तों पर चलकर ही इस स्थिति को बदला जा सकता है। यात्रा के शाम के सत्र में भी मुख्य रूप से युवाओं का दो समूह राहुल गांधी के साथ चला। पहला समूह चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और एंटरप्रेन्योर का था। दूसरे समूह में आदिवासी समुदाय के युवा थे। शाम में भी यात्रा में स्थानीय लोगों का हुजूम देखने को मिला।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…