देश के समक्ष खड़ी चुनौतियों का डकटर करें मुकाबला : गिरीश चन्द्र त्रिपाठी…

देश के समक्ष खड़ी चुनौतियों का डकटर करें मुकाबला : गिरीश चन्द्र त्रिपाठी…

सिद्धार्थनगर, 09 दिसंबर। शिक्षा की दृष्टि से कोई भी राष्ट्र लंबे समय तक समृद्ध और संकल्पित रह सकता है। राजनैतिक एवं शैक्षिक दृष्टि से भारत आज पूरे दुनिया मे विश्व गुरु के रूप में विकसित राष्ट्र में उभरकर विकास के उच्चतम शिखर को प्राप्त कर रहा है। उक्त जानकारी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंद्र ने सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के छठॉ दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दिया है।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल और डिग्री देकर मेरे मन में खुशी प्राप्त हुई। मैं प्रफुल्लित हूॅ। शिक्षा की दृष्टि से कोई भी राष्ट्र लम्बे समय तक समृद्ध और संकल्पित रह सकता है। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की स्थापना अत्यन्त पवित्र भूमि पर हुयी है। सामाजिक, राजनैतिक एवं शैक्षिक दृष्टि से भारत आज पूरी दुनिया में विश्व गुरू के रूप में विकसित राष्ट्र में उभरकर, कार्य करके अपने विकास के उच्चतम शिखर को प्राप्त कर रहा है। अच्छे विचार और सामर्थ्य होने पर ही ऊचाईयों के शिखर पर पंहुचा जा सकता है। कार्य को सम्पादित करने के लिए विधाओं की जानकारी होनी चाहिए। इच्छा शक्ति के आभाव में हम अपने कार्य में सफल नहीं हो सकते। देश की संस्कृति के बारे में जो चुनौतियां भी खड़ी होने वाली हैं उसका हमें डटकर मुकाबला करने की आवश्यक्ता है। जिस प्रकार विश्वविद्यालय की बेटियों द्वारा गोल्ड मेडल प्राप्त किया गया है वे सभी बधाई की पात्र हैं। सभी सामर्थ्यवान बनिये, देश की सेवा करके देश को आगे बढ़ाइए।

सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 हरि बहादुर श्रीवास्तव ने बताया कि सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में कुल 55 शिक्षक एवं 1300 छात्र/छात्रायें अध्ययन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय को प्रदेश में सबसे पहले रिजल्ट घोषित करने में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इसके पश्चात राज्यपाल, उ0प्र0/कुलाधिपति आनन्दी बेन पटेल द्वारा भेजे गये संदेश को पढ़कर उपस्थित जन समूह को जानकारी दिया गया। कार्यक्रम में जिले के सभी विधायक तथा कई महाविद्यालय के शिक्षक और छात्र/छात्रायें उपस्थित रहे।समारोह में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 44 छात्र/छात्राओं को गोल्ड मेडल तथा डिग्री प्रदान की गई है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…