उत्तर कोरिया ने किया आईसीबीएम का परीक्षण…

उत्तर कोरिया ने किया आईसीबीएम का परीक्षण…

सोल, 03 नवंबर। दक्षिण कोरिया ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया है, जिसे दुनिया के दूसरी छोर को भेदने के उदेश्य से तैयार किया गया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार यह जानकारी दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने दी है। आईसीबीएम का प्रक्षेपण इस साल उ. कोरिया की ओर से किया गया सातवां प्रक्षेपण है और ऐसी आशंका है कि वह जल्द ही एक परमाणु हथियार का परीक्षण करेगा।
द. कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के एक बयान के अनुसार उ. कोरिया ने गुरुवार को स्थानीय समयानुसार लगभग 07:40 बजे लंबी दूरी तक मार कर सकने वाली मिसाइल का परीक्षण किया। वहीं बीबीसी ने एक सूत्र ने भी इसकी पुष्टि की है कि उ. कोरिया की ओर से दागी गई मिसाइल आईसीबीएम थी।
उ. कोरिया की ओर से दागी गयी मिसाइल ने लगभग 760 किमी (472 मील) तक उड़ान भरी और लगभग 1,920 किमी की ऊंचाई तक पहुंची। द. कोरिया ने योनहाप न्यूज एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया कि उ. कोरिया की यह मिसाइल विफल हो गयी।
दोनों कोरियाई देशों की ओर से एक दूसरे की ओर मिसाइलें दागने के बाद तनाव बढ़ गया है और इसी क्रम में आज मिसाइल दागी गयी है।उ. कोरिया ने कम दूरी तक मार कर सकने वाली दो बैलिस्टिक मिसाइलें भी दागी है।
उधर, जापान की सरकार ने उ. कोरिया की ओर से मिसाइलें दागी जाने के मद्देनजर गुरुवार की सुबह अपने कुछ उत्तरी क्षेत्रों के निवासियों को घर के अंदर रहने के लिए एक आपातकालीन अलर्ट जारी किया।
जापान ने शुरू में कहा था कि मिसाइल जापानी सीमा में गिरी है, लेकिन बाद में रक्षा मंत्री यासुकाज़ु हमादा ने कहा कि मिसाइल जापानी द्वीपसमूह को पार नहीं कर सकी, बल्कि जापान सागर के ऊपर गायब हो गयी।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने उ. कोरिया की ओर से “ बार-बार मिसाइल प्रक्षेपण” किए जाने की घटना की निंदा की।
इस बीच द. कोरिया के उप विदेश मंत्री चो ह्यून-डोंग और अमेरिका के उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन ने फोन पर बात की और इस घटना को दुखद और अनैतिक करार दिया।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…