उत्तराखंड : भैंरो घाटी स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क में अधर में लटका हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र…

उत्तराखंड : भैंरो घाटी स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क में अधर में लटका हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र…

-देश का यहां पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र 5.50 करोड़ की लागत से बनना था

उत्तरकाशी, 22 अक्टूबर। देश का पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की भैंरो घाटी स्थित लंका के गंगोत्री नेशनल पार्क में बनना प्रस्तावित था, लेकिन विभाग और शासन की हीलाहवाली के चलते अधर में लटका हुआ है। इधर प्रभागीय वनाधिकारी उत्तरकाशी पुनीत तोमर ने बताया कि एसएलसीसी की डीपीआर में शासन को प्रेषित किया था, इसमें शासन स्तर से कुछ कमियां बताई थीं, जिन्हें सुधार लिया गया है। जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा।

उल्लेखनीय है कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत एवं पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत और वन अधिकारियों ने हिम तेंदुओं और अन्य वन्यजीवों के संरक्षण से प्रदेश में विंटर टूरिज्म को भी बढ़ावा के उद्देश्य से वन्यजीवों की लुप्त हो रही प्रजातियों के संरक्षण का कदम उठाए थे।

वन विभाग की ओर से दिए गए प्रस्तुतिकरण के मुताबिक हिम तेेंदुओं के आवासीय क्षेत्रों के संरक्षण के लिए सिक्योर हिमालय के तहत 2017 में परियोजना शुरू की गई थी। भारतीय वन्य जीव संस्थान के वैज्ञानिकों के मुताबिक पूरे देश में इस समय करीब 586 हिम तेंदुए हैं। आवासीय क्षेत्र संरक्षण के तहत ही प्रदेश में हिम तेेदुओं के लिए संरक्षण केंद्र बनाने का फैसला लिया गया था। यह तय कर लिया गया था कि 5.50 करोड़ की लागत से हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र गंगोत्री नेशनल पार्क के मुहाने पर बनाया जायेगा।

बैठक में उन फिंस्ट्रा ने संरक्षण केंद्र केे बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि यह केंद्र नीदरलैंड के सहयोग से बनाया जा रहा है। इसके साथ ही गंगोत्री क्षेत्र में भी देवदार नेचर ट्रेल का विकास करने की भी योजना है। इसकी लागत करीब 5.50 करोड़ रुपये की है। संरक्षण केंद की कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग है ।

क्या है विशेष हिम तेंदुआ-

हिम तेंदुआ इतने कम दिखाई देते हैं कि उन्हें घोस्ट ऑफ माउंटेन कहा जाता है। कुछ समय पहले ही वन विभाग को इन्हीं तेंदुओं को नंदा देवी बायोस्फीयर क्षेत्र में कैमरा ट्रेप के जरिए फोटोग्राफ करने का मौका भी मिला था। वहीं गंगोत्री नेशनल पार्क में भी हिम तेंदुआ संरक्षण की अच्छी खासी तदाद है। उत्तराखंड में इस समय 86 हिम तेंदुओं के होने का अनुमान है। यह अलग-अलग शोधों पर आधारित है।

प्रदेश में हिम तेंदुआ 3000 लेकर 4500 मीटर की ऊंचाई में नंदा देवी जैव विविधता क्षेत्र, गंगोत्री नेशनल पार्क, अस्कोट वाइल्ड लाइफ सेंचुरी आदि क्षेत्रों में पाए जाते हैं। उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में ये अधिक संख्या में देखे गए है।

हिम तेंदुओं के आवास क्षेत्र के संरक्षण के लिए सिक्योर हिमालय नाम से परियोजना जारी है। इसके तहत पहली बार सितंबर माह से हिम तेंदुओं की गणना शुरू की जाएगी। इस समय कैमरा ट्रैप लगाए जा रहे है।

हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…