भारत के अनुकूलन कोच को पर्थ शिविर से मदद मिलने का यकीन…

भारत के अनुकूलन कोच को पर्थ शिविर से मदद मिलने का यकीन…

पर्थ, 08 अक्टूबर। भारत के दमखम और अनुकूलन कोच सोहम देसाई का मानना है कि अक्सर टीम को बड़े टूर्नामेंटों में सीधे खेलना पड़ता है लेकिन टी20 विश्व कप से पहले यहां अनुकूलन शिविर से खिलाड़ियों को आस्ट्रेलियाई हालात में खुद को ढालने में काफी मदद मिलेगी।

भारत ने शुक्रवार को यहां पहले अभ्यास सत्र में भाग लिया। भारतीय टीम 10 और 13 अक्टूबर को दो अभ्यास मैच खेलेगी और फिर ब्रिसबेन रवाना होगी जहां उसे आईसीसी द्वारा आयोजित अभ्यास मैचों में भाग लेना है। विश्व कप के पहले मैच में 23 अक्टूबर को भारत का सामना पाकिस्तान से मेलबर्न में होगा।

देसाई ने कहा, ‘‘आगामी आठ दस दिन काफी अहम है। मैं प्रबंधन और बीसीसीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं कि ये आठ दिन हमें दिये गए क्योंकि अक्सर भारतीय टीम को सीधे टूर्नामेंट खेलने पड़ जाते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन आठ दिनों में फिटनेस और कौशल पर काम किया जायेगा ताकि विश्व कप के पहले मैच से पूर्व टीम पूरी तरह तैयार रहे।’’

टीम के पर्थ रवाना होने से पहले मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि शिविर का मकसद आस्ट्रेलियाई पिचों की गति और उछाल से अवगत होना है क्योंकि अधिकांश खिलाड़ियों को इन हालात में खेलने का अनुभव नहीं है। देसाई ने कहा, ‘‘पर्थ में शिविर का उद्देश्य इन पिचों के अनुकूल ढलना है चूंकि हम भारत में लगातार दो श्रृंखलायें खेलकर आये हैं।’’

हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…